भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में मिली हार की वजह उपरी क्रम की असफलता को बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इंग्लिश टीम भारत के मुकाबले ज्यादा साहस के साथ मैदान पर डटी. मैन आफ द मैच मोइन अली (71/4) समेत बाकी खिलाड़ियों की बदौलत इंग्लैंड ने चौथे टेस्ट के चौथे दिन भारत को 60 रन से हराकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली.


कोहली ने मैच के बाद कहा, "मैंने सोचा कि इंग्लैंड ने हमें यह लक्ष्य देने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन जिस तरह की पिच थी और गेंद घूम रही थी उससे हमारे लिए यह चुनौतीपूर्ण था. हमने सोचा कि हमारे पास इस मैच को जीतने का अच्छा मौका है, लेकिन हमें वह शुरूआत नहीं मिल पाई जो हम चाहते थे."


भारतीय टीम ने लंच से पहले 42 रन पर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे. लेकिन लंच के बाद वह एक समय तीन विकेट पर 123 रन बनाकर अच्छी स्थिति में था और इसके बाद उसने आखिरी के सात विकेट 61 रन जोड़कर गंवा दिए. मेहमान टीम चायकाल के बाद 69.4 ओवर में 184 रन पर ऑलआउट हो गई.


कप्तान ने कहा, "उन्होंने गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और हमें दबाव में बनाए रखा. इसका श्रेय उनकी अच्छी गेंदबाजी को जाता है. जीत का श्रेय इंग्लैंड टीम को जाता है. आप बड़ी साझेदारी करके ही मैच जीत सकते हैं लेकिन हम हमेशा दबाव में रहे."


इसके साथ ही कप्तान विराट ने कहा कि भारत के मुकाबले इंग्लैंड कठिन परिस्थियों में ज्यादा साहसी था और चौथे टेस्ट में दोनों पक्षों के बीच यही अंतर था.


कोहली बोले, ‘‘हमारे मुकाबले कठिन परिस्थितियों में वे ज्यादा साहसी थे. निचले क्रम से मिला योगदान महत्वपूर्ण रहा.’’


मेजबान इंग्लैंड ने इस जीत के साथ ही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच सात सितंबर से लंदन में खेला जाएगा.


कोहली ने अगले मैच को लेकर कहा, "आखिरी मैच से पहले हमें इस मैच के सकारात्मक पक्षों को देखना होगा. मुझे नहीं लगता कि हमने बहुत ज्यादा गलतियां की. जीत का श्रेय इंग्लैंड टीम को जाता है क्योंकि उन्होंने हमसे बेहतर प्रदर्शन किया."