बर्मिंघम: पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक और मौजूदा कप्तान जो रूट की शानदार शतकों की मदद से इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में पहले दिन 3 विकेट के नुकसान पर 348 रन बनाए लिए हैं. 



इंग्लैंड ने इस ऐतिहासिक मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन ये फैसला उस वक्त गलत साबित होता नज़र आया जब स्टोनमैन और वेस्टले जल्द-जल्दी अपने विकेट गंवाकर चलते बने. लेकिन 39 रन के स्कोर पर 2 विकेट गंवाने के बाद एलिस्टेयर कुक और जो रूट ने टीम को सहारा दिया और पूरे दिन मैच में अपनी पकड़ बनाए रखी. 



दिन के खेल की शुरूआत में दो विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड ने लंच तक दो विकेट पर 108 रन बनाये थे. उस समय कुक 50 और रूट 40 रन पर खेल रहे थे. लंच तक दोनों बल्लेबाज़ों ने अब तक तीसरे विकेट के लिये 67 रन जोड़े और टीम को संभाला. 



लंच के बाद दिन के खेल के दूसरे सेशन में भी कप्तान रूट और कुक ने वेस्टइंडीज़ को मुश्किल में डाले रखा. दोनों बल्लेबाज़ों ने दूसरे सेशन में 107 रन जोड़े और टीम का एक भी विकेट नहीं खोने दिया. इस दौरान कुक 85 और जो रूट 103 रन बनाकर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. लेकिन टी के बाद इंग्लैंड ने जो रूट का इकलौता विकेट खोया और खेल खत्म होने तक अपनी स्थिती मजबूत रखी.



दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 248 रन जोड़े. इस दौरान कुक और जो रूट ने अपने-अपने शतक भी पूरे किए. इस शानदार साझेदारी के बाद कप्तान जो रूट आखिरी सेशन में अपना विकेट गंवा बैठे. उन्हें कीमर रोच ने 136 रन के स्कोर पर आउट किया. जो रूट ने अपनी पारी में 22 चौके लगाए. 



दिन का खेल खत्म होने तक एलिस्टर कुक 153 रन जबकि डीजे मलान 28 रन बनाकर क्रीज़ पर जमे हुए हैं. 



वेस्टइंडीज़ के लिए केमार रोच ने 2 जबकि कमिंस ने 1 विकेट अपने नाम किया. 



इंग्लैंड की सरजमीं पर यह गुलाबी गेंद से खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच है. इंग्लैंड इस तरह से दिन रात्रि टेस्ट मैच खेलने वाला छठा देश बना. आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका इससे पहले गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेल चुके हैं.