जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेट निदेशक इनोक इकोप को क्रिकेट से जुड़ी सभी तरह की गतिविधियों में भाग लेने से दस साल के लिये बैन कर दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के एंटी करप्शन यूनिट ने उन्हें जांच में असहयोग करने और बाधा पहुंचने का दोषी पाया था जिसके बाद यह फैसला किया गया.
आईसीसी ने आर्टिकल 2.4.6 और 2.4.7 के इकोप पर सजा तय की है. इकोप पर आईसीसी ने यह आरोप लगाया है उन्होंने आईसीसी के जांच में सहयोग नहीं दिया है. इसके अलावा इकोप को सबूत छिपाने और उसे नष्ट करने का भी दोषी पाया गया है.
एसीयू ने उन सबूतों पर गौर किया जो आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने राजन नैयर द्वारा जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर को की गयी भ्रष्ट पेशकश की जांच के दौरान जुटाये थे. इन सबूतों के आधार पर एसीयू ने इकोप पर संदेह व्यक्त किया था कि वह भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं.
नैयर तब हरारे मेट्रोपोलिटन क्रिकेट एसोसिएशन (एचएमसीए) के कोषाध्यक्ष और विपणन निदेशक थे. उन पर 20 साल का बैन लगाया गया है.