भारतीय क्रिकेट में कई दिग्गज आए और गए, किसी ने कप्तानी में लोहा मनवाया तो किसी ने बल्लेबाज़ी में. लेकिन भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम है जिसे बड़ा नाम शायद ही क्रिकेट के इतिहास में कोई हो. वो नाम है मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का. इस बात में ना तो किसी भारतीय को कोई शक है और ना ही विश्व क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज़ों को.
1989 से 2013 तक भारत के लिए क्रिकेट खेले इस दिग्गज का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब तो दूर, आस-पास भी कोई नहीं पहुंचा सका. लेकिन दिल्ली के एक लड़के ने चुपचाप क्रिकेट की पिच पर कदम रखा और ऐसी दौड़ लगाई कि आज खुद सचिन तेंदुलकर भी इस बात को मानते हैं कि अगर कोई उनके रिकॉर्ड को तोड़ सकता है तो वो हैं विराट कोहली.
दिल्ली की गलियों से निकला हीरा:
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान और विश्व क्रिकेट के नंबर एक बल्लेबाज़ विराट कोहली का जन्म दिल्ली के एक साधारण से परिवार में 5 नवंबर 1988 को हुआ. क्रिकेट का जुनून इस कदम हावी था कि पिता ने क्रिकेट अकेडमी में नाम लिखवा दिया.
अंडर 19 विश्वकप से भारतीय क्रिकेट टीम का सफर:
इसके बाद इस लड़के ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. कोहली ने 2006 में अपने पहले श्रेणी क्रिकेट कैरियर की शुरुआत करने से पहले विभिन्न आयु वर्ग के स्तर पर शहर की क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया.
लेकिन साल 2008 में मलेशिया में खेले गए अंडर-19 विश्व कप में जीत के बाद विराट कोहली की जोश से भरी जश्न मनाती तस्वीर देशभर के क्रिकेट के जानकारों के दिलो दिमाग में बैठ गई. इसके बाद इस बल्लेबाज़ को आईपीएल में आरसीबी की टीम में मौका मिल गया.
इतना ही नहीं कुछ महीने बाद ही 19 साल की उम्र में उन्हें श्रीलंका के खिलाफ भारत के लिए अपना वनडे डेब्यू करने का मौका भी मिल गया. शुरुआत में भारतीय टीम में रिजर्व बल्लेबाज के रूप में खेलने के बाद, उन्होंने धीरे-धीरे अपनी क्रिकेटिंग टैकनीक से सभी का दिल जीत लिया और रन बनाने भी शुरु कर दिए. आईपीएल में और भारतीय टीम के लिए लगातार रन बनाने के बाद धोनी का भरोसा उन पर बना रहा.
धोनी ने इस युवा बल्लेबाज़ को साल 2011 विश्वकप का टिकट भी दिलवा दिया. इसके बाद तो कहानी किसी सुनहरे सपने सी चलती चली गई. विराट कोहली को साल 2011 में ही टेस्ट कैप मिली. जिसके बाद उन्होंने पीछे पलट कर नहीं देखा. साल 2012 में विराट कोहली को टीम इंडिया का उप-कप्तान बनाया गया. जिसके बाद से उनका सफर जारी हो गया.
साल 2013 के बाद विराट की क्रिकेटिंग तकनीक और उनकी प्रतिभा का लोहा हर जगह माना जाने लगा. जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक के साथ वनडे स्पेशलिस्ट बल्लेबाज़ के टैग को भी जीत लिया.
क्रिकेटिंग डेब्यू के पांचवे साल यानि 2013 में विराट कोहली को आईसीसी का नंबर एक का स्थान भी मिल गया. लगातार रन बनाते रहने की वजह से विराट कोहली लगातार टॉप-10 रैंकिंग में बरकरार रहे.
इतना ही नहीं टी20 क्रिकेट में भी विराट कोहली ने ऐसा कमाल किया कि फिर उन्हें मॉर्डन क्रिकेट का सबसे बड़ा बल्लेबाज़ माना जाने लगा. उन्होंने टेस्ट, वनडे के बाद टी20 फॉर्मेट में भी अपने कमाल से सबका दिल जीत लिया.
पहले साल 2014 और उसके बाद साल 2016 में खेले गए टी20 विश्वकप में तो विराट कोहली सबसे अधिक रनों के बाद मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी रहे. अब तक उनके समकालीन बल्लेबाज़ उनसे बहुत पीछे रह गए.
कप्तानी में मिली है कामयाबी:
2014 में धोनी की टेस्ट क्रिकेट से विदाई के बाद विराट को टेस्ट कप्तानी मिली. इसके बाद से अब तो भारतीय टीम की टेस्ट कप्तानी कर रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कप्तानी में भी अपना लोहा मनवाया है. दिसंबर 2018 में विराट कोहली इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान भी बने.
मौजूदा समय में विराट कोहली की कप्तानी में ही भारतीय वनडे और टी20 टीमें भी खेल रही हैं.
अक्टूबर 2017 के बाद वो लंबे समय तक वनडे क्रिकेट के नंबर बन बल्लेबाज़ रहे. एक ऐसा समय भी आया जब 13 दिसंबर 2016 को वह आईसीसी रैंकिंग में तीनों फॉर्मैट के प्रथम 3 स्थानों में शामिल थे.
वनडे क्रिकेट में विराट कोहली ने 11520 रन बना लिए हैं और ऐसा भी माना जाता है कि वो सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतकों का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं. वनडे में वैसे भी विराट कोहली दूसरे सबसे ज्यादा शतक बना चुके हैं.
विराट को मिले अहम सम्मान:
2013 में, उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी उपलब्धियों के सम्मान में अर्जुन पुरस्कार दिया गया था. पद्मश्री को उन्हें खेल श्रेणी के तहत 2017 में सम्मानित किया गया था.
2018 में, टाइम पत्रिका ने कोहली को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक नाम दिया. इन्हें 2018 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
अनुष्का के साथ रिश्ता:
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की दोस्ती और डेटिंग की शुरुआत एक शैंपू के विज्ञापन की शूटिंग के दौरान हुई थी। उसके बाद यह रिश्ता परवान चढ़ता गया। कई मौकों पर विराट कोहली ने मीडिया के सामने भी अनुष्का के साथ अपने रिश्ते को खुलकर कबूल किया.
इसके बाद इन दोनों ही सितारों ने 11 दिसंबर 2017 को इटली में शादी रचा ली.
जानें कैसे दिल्ली के कोहली से टीम इंडिया का 'विराट' बना ये स्टार
ABP News Bureau
Updated at:
25 Sep 2019 11:27 PM (IST)
दिल्ली के एक लड़के ने चुपचाप क्रिकेट की पिच पर कदम रखा और ऐसी दौड़ लगाई कि आज उसे हर कोई जानता है, हम बात कर रहे हैं कप्तान विराट कोहली की.
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