विराट कोहली का है मानना- टॉप ऑर्डर की परेशानी को दूर कर सकते हैं युवा क्रिकेटर
भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि टीम में शामिल हुए खिलाड़ी टॉप ऑर्डर की परेशानी को दूर कर सकते हैं.
भारतीय क्रिकेट के भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने युवा खिलाड़ियों को लेकर एक खास योजना बनाई है. वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले कप्तान कोहली ने टीम में शामिल हुए युवा खिलाड़ियों से अपील की है कि वह इस मौके का फायदा उठाए.
भारतीय क्रिकेट टीम लंबे से टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी से परेशान है. इंग्लैंड दौरे पर भी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज पूरी तरह से नाकाम रहे थे. ऐसे में कोहली को उम्मीद है कि टीम में शामिल किए गए युवा खिलाड़ी भारत की इस परेशानी को दूर सकते हैं.
भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने टेस्ट सीरीज के लिए पहले 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी जिसमें पहले टेस्ट मैच के लिए 12 खिलाड़ियों को चुना गया है. हालांकि इन 12 खिलाड़ियों में मुंबई के ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को ही चुना गया है जबकि बाकी तीन खिलाड़ी मयंक अग्रवाल, हनुमा विहारी और मोहम्मद सिराज को मौका नहीं मिला है.
कोहली ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, " टॉप ऑर्डर में कई नए युवा खिलाड़ी आ रहे हैं. चयनकर्ताओं ने इसलिए उन्हें चुना है क्योंकि उनके पास प्रतिभा है और यह सीरीज उनके लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का यह एक शानदार मौका है. इन खिलाड़ियों को ही अब भारतीय क्रिकेट को आगे ले लाने की जिम्मेदारी लेनी है."
कप्तान ने कहा, "हर कोई अपने देश के लिए खेलना चाहता है. यह देखना अच्छा लगता है कि ये खिलाड़ी न केवल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अच्छा कर रहे हैं बल्कि घरेलू क्रिकेट को भी वे बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं."
12 सदस्यीय टीम में शामिल किए गए शॉ पहले टेस्ट मैच के जरिये इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करेंगे. 18 साल के शॉ ने पिछले साल रणजी ट्रॉफी में शतक से फर्स्ट क्लास करियर की शुरूआत की थी. उन्होंने अब तक केवल 14 फर्स्ट क्लास मैच ही खेले हैं जिसमें उन्होंने 56.72 के औसत से 1418 रन बनाए हैं.
कोहली ने कहा, "मुझे लगता है कि यह सीरीज उनके लिए खुद को साबित करने का एक अच्छा मौका है. उन्हें अपने ऊपर कोई दबाव नहीं लेना चाहिए क्योंकि वे अभी युवा हैं और टीम में जगह बनाने का उनके पास काफी अच्छा अवसर है."