Praveen Tambe Story: भारत में इस समय लीजेंड्स लीग क्रिकेट का खुमार छाया हुआ है. इस लीग में क्रिकेट से रिटायर हो चुके कई दिग्गज फिर से मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे हैं. इसी क्रम में भारत के एक ऐसे ही दिग्गज से एबीपी न्यूज ने बातचीत की. इस दिग्गज का नाम है प्रवीण तांबे. प्रवीण तांबे लीजेंड्स लीग क्रिकेट में इंडिया कैपिटल्स के लिए खेल रहे हैं. प्रवीण ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत करते हुए अपने क्रिकेट करियर की रोचक कहानी और इस लीग को लेकर कई रोचक बातें कही हैं. आइए जानते हैं प्रणीण तांबे ने क्या कुछ कहा है.
करियर की रोचक कहानी
प्रवीण तांबे ने अपने करियर की रोचक कहानी बताते हुए बताया कि कैसे वह एक तेज गेंदबाज से स्पिनर बने. प्रवीण ने कहा, "मेरे स्पिनर बनने की शुरुआत एक ऐसे मैच से हुई थी जहां तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी. उस मैच में मुझे स्पिन डालने को कहा गया." तांबे ने आगे कहा कि मैं टेनिस बॉल क्रिकेट में स्लोवर वन लेग स्पिन डालता था. उस मैच में मैंने टीम की जरूरत के अनुसार लेग स्पिन गेंदबाजी की और तीन विकेट झटके और हम वह मैच जीत गए.
वहीं प्रवीण से जब पूछा गया कि एक तेज गेंदबाज यॉर्कर करता है. स्विंग करता है. फिर भी सफलता नहीं मिलती तो सीम पकड़ू़ कर गेंदबाजी करता है. ऐसे में अचानक पूरा माइंड सेट बदलकर लेग स्पिन गेंदबाजी करने का कॉन्फिडेंस कहां से आया. इस सवाल का जवाब देते हुए प्रवीण तांबे ने कहा कि क्रिकेट की फील्ड में जाता हूं तो कॉन्फिडेंस हमेशा मेरे साथ रहता है. वहीं मैं सालों से क्रिकेट खेलता आ रहा हूं तो मुझे पता था कि कौन सी गेंद कहां डालनी है.
जब सचिन के खिलाफ की थी गेंदबाजी
साल 2000 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले सचिन तेंदुलकर ने सभी लेग स्पिनरों को प्रैक्टिस के लिए बुलाया था, जिसमें मैं भी शामिल था. वह पहला मौका था जब मैं उनके खिलाफ गेंदबाजी कर रहा था. सचिन ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शेन वॉर्न के खिलाफ तैयारी करने के लिए सभी लेग स्पिनरों को बुलाया था. वहीं उन्होंने अपने आइडल के बारे में बताते हुए कहा कि मेरे आइडल अनिल कुंबले हैं. मैं शुरूआत से ही उनकी गेंदबाजी को फॉलो करता हूं.
वाइफ ने किया बहुत सपोर्ट
शादी के बाद भी कई सालों तक प्रवीण को सफलता नहीं मिली. इस पर प्रवीण ने कहा कि मेरी पत्नी ने मेरा पूरा सहयोग किया. आज उसी के वजह से मैं यहां तक पहुंचा हूं. शादी के बाद मैं काम भी करता था और क्रिकेट भी खेलता था. मेरी वाइफ ने कभी मुझे क्रिकेट खेलने से नहीं रोका क्योंकि मैं काम करके फैमिली को भी सपोर्ट करता था और क्रिकेट भी खेलता था. वहीं अपनी फिटनेस पर प्रवीण ने कहा कि आपको फिट रहने के लिए पहले आपको अपने माइंड को फिट रखना पड़ेगा. मेरे करियर में बहुत परेशानियां आईं पर मैने उनसे मुकाबला किया और आगे बढ़ा. प्रवीण ने यह भी बताया कि मुझे सबसे ज्यादा प्यार राजस्थान में मिला. उन्होंने बताया जब चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल में हम चेन्नई से जीते थे तो स्टेडियम में मुझे बस मेरा ही नाम सुनाई पड़ रहा था.
मुंबई के लिए डेब्यू करना सबसे खास
प्रवीण तांबे ने बताया कि उनके करियर का सबसे अच्छा और गौरवान्वित करने का लम्हा तब था जब मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का मौका मिला. वहीं प्रवीण ने क्रिकेट के बारे में बात करते हुए कहा कि क्रिकेट मुझसे कभी अलग नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि ग्राउंड पर जाने के बाद उम्र का कोई ख्याल नहीं आता है. वहीं प्रवीण ने भारत के टी20 वर्ल्ड कप के स्कॉवड पर कहा कि भारतीय टीम का चयन बहुत सही है और चयनकर्ताओं ने बहुत अच्छी टीम चुनी है.
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