नई दिल्ली: भारत के महान ऑलराउंडर और 1983 वर्ल्डकप टीम के कप्तान कपिल देव ने एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत में कहा कि टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट में नंबर एक टीम बन सकती है. एबीपी न्यूज पर शुक्रवार रात 9 बजे प्रसारित होने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया टी-20 सीरीज के खास कार्यक्रम के दौरान कपिल देव ने कप्तान विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी अपनी बात रखी. कपिल का मानना है कि कप्तान कोहली नहीं धोनी टीम इंडिया की रीढ़ की हड्डी हैं 



एबीपी न्यूज पर कपिल देव ने कहा कि मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक नया बैंचमार्क तैयार किया है. क्रिकेट के मैदान पर विराट के फैसले ने वर्ल्ड क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख दिया है.



कपिल देव ने कहा, 'विराट ने टीम इंडिया के अंदर नंबर एक बनने की भूख पैदा की है और आप नंबर एक तब बन सकते हैं जब आप फिट होंगे. मौजूदा समय में विराट कोहली फिटनेस को एक अलग लेवल पर लेकर गए हैं. यही वजह है कि टीम के बाकी खिलाड़ी भी विराट से प्रेरित हुए हैं. विराट ने क्रिकेट में फिटनेस की एक नई परिभाषा गढ़ दी है.' 



उन्होंने कहा, 'क्रिकेट को स्किल्स आधारित खेल समझा जाता है लेकिन आपकी स्किल्स भी तब काम आती है जब आप मैदान पर सौ फीसदी फिट हों. कपिल देव का मानना है कि सभी कप्तान की अलग सोच होती है और विराट ने भी कप्तान के तौर पर यह साफ कर दिया कि उन्हें टीम के खिलाड़ियों से क्या चाहिए. विराट टीम में सिर्फ ऐसे खिलाड़ियों को जगह देना चाहते हैं जो फिटनेस के सभी मानदण्डों पर खड़े उतरें. विराट ने साफ कर दिया है कि अगर आप फिट नहीं हैं तो आपके लिए टीम में कोई जगह नहीं.'



युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे सीनियर खिलाड़ियों को लेकर कपिल देव ने कहा कि उनमें इतनी क्षमता है कि वे लंबे शॉट लगा सकते हैं. लेकिन भारतीय टीम के मौजूदा फिटनेस स्टैंडर्ड पर यदि आप खरे नहीं उतरेंगे तो टीम में आपके लिए जगह नहीं है. युवा खिलाड़ियों के आगे युवी और रैना जैसे सीनियर खिलाड़ियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वे कैसे अपनी फिटनेस में सुधार करे.



कपिल देव ने कहा, 'टीम को शिखर पर पहुंचने के लिए हमें एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. उन्होंनें फुटबॉल का उदाहरण देते हुए कहा कि सभी खिलाड़ी गोल नहीं करते हैं लेकिन वे गेंद को गोल पोस्ट के नजदीक ले जाने का काम करते हैं ठीक वैसे ही क्रिकेट में सभी खिलाड़ी शतक नहीं मार सकते हैं लेकिन टीम एफर्ट के साथ सभी खिलाड़ी मैदान पर सौ फीसदी दें तो टीम को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है.'



पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कपिल ने कहा, 'अगर मुझसे पूछा जाता है कि टीम इंडिया के लिए रीढ़ की हड्डी कौन है तो मैं महेंद्र सिंह धोनी का नाम लूंगा. अगर आप देखें तो धोनी के रिकॉर्ड बेहद शानदार हैं. 300 से ज्यादा वनडे मैचों में 50 की औसत से रन बनाने वाला यह खिलाड़ी कभी भी आपके लिए मैच बदल सकता है. आपकी टीम दुनिया में नंबर वन इसलिए है क्योंकि आपके पास धोनी जैसा खिलाड़ी है.'



इस पूर्व कप्तान ने कहा टीम इंडिया के पास क्रिकेट के तीनों फॉर्मट में नंबर वन बनने की क्षमता है. दुनिया की बाकी टीमों के साथ अगर भारतीय टीम की तुलना की जाए तो सबसे बड़ा एक्स फैक्टर ये है कि मौजूदा टीम में सचिन, सहवाग, गांगुली और द्रविड़ जैसा कोई बड़ा नाम नहीं है. हमने पिछले कुछ सीरीज में देखा है कि हमारे पास बल्लेबाज हों या फिर गेंदबाज, चाहे वे प्लेइंग इलेवन में शामिल हैं या नहीं, अगर उन्हें मौका मिलता है तो आपके लिए मैच जीतते हैं.



आज भारत के पास सिर्फ 12 से 15 खिलाड़ी नहीं बल्कि 20 से 25 ऐसे खिलाड़ी तैयार है जो तीनों फॉर्मेट में टीम को मैच जिता सकते हैं और टीम इंडिया के लिए ये बहुत पॉजिटिव बात है.