दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान डु प्लेसिस ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. डु प्लेसिस ने पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया. डु प्लेसिस हालांकि दक्षिण अफ्रीका के लिए वनडे और टी20 खेलना जारी रखेंगे. इसके अलावा डु प्लेसिस आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में भी पहली की तरह ही खेलते हुए नज़र आएंगे.


डु प्लेसिस ने सोशल मीडिया के जरिए टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की जानकारी दी है. डु प्लेसिस ने लिखा, ''मैंने दिल से फैसला ले लिया है. यह जिंदगी में एक नया चैप्टर शुरू करने का वक्त है.''



डु प्लेसिस ने कहा, ''एक साल हम सबके लिए बेहद ही मुश्किल रहा. लेकिन इस एक साल की वजह से कई चीजों को समझने का मौका भी मिला. मैंने अपनी जिंदगी में नई शुरुआत करने का फैसला किया है. देश के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना गर्व की बात है. लेकिन अब मैं टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा.''


डु प्लेसिस ने दक्षिण अफ्रीका की कमान संभालने को अपने लिए गर्व की बात बताया है. उन्होंने कहा, ''15 साल पहले कोई मुझे कहता कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट खेल सकता हूं तो मुझे इस बात पर विश्वास नहीं होता. लेकिन मैं ना सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल पाया बल्कि मुझे टीम की अगुवाई करने का मौका भी मिला. यह बेहद गर्व की बात है.''


वर्ल्ड कप पर रहेगा फोकस


डु प्लेसिस ने साफ किया है कि 2021, 2022 में होने वाले टी 20 वर्ल्ड कप के मद्देनज़र उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा है. डु प्लेसिस का मानना है कि अब वह बेहतर तरीके से लिमिटिड ओवर्स क्रिकेट पर फोकस कर सकते हैं.


डु प्लेसिस ने दक्षिण अफ्रीका के लिए खेले गए 69 टेस्ट में 40 के औसत से 4,163 रन बनाए. डु प्लेसिस ने टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर का आगाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाकर किया था और उन्होंने 10 शतक और 21 अर्धशतक लगाए. टेस्ट क्रिकेट में डु प्लेसिस का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 199 रन रहा जो पिछले साल दिसंबर में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था.


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