टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम तक पहुंचा किसान आंदोलन का मुद्दा, विराट कोहली ने दी जानकारी
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के इस आंदोलन को विदेशी हस्तियों ने भी समर्थन दिया. लेकिन खिलाड़ियों ने विदेशी हस्तियों से कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए.
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में पिछले दो महीने से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान आंदोलन का मुद्दा अब टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम तक पहुंच गया है. इंग्लैंड सीरीज की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस बात की जानकारी दी. विराट कोहली ने किसानों को देश का अभिन्न अंग बताया है और इस मुद्दे के जल्द ही समाधान की उम्मीद जताई है.
विराट कोहली ने कहा कि खिलाड़ियों ने किसान आंदोलन के बारे में बात की. उन्होंने कहा, ''किसान आंदोलन के मुद्दे पर हम सबने चर्चा की है. हम सब चाहते हैं कि शांति से इस मुद्दे का समाधान निकलना चाहिए. हम सबको एक साथ मिलकर ही आगे बढ़ना चाहिए.
इससे पहले विराट ने बुधवार को ट्वीट किया था कि यह एकजुट रहने का वक्त है. उन्होंने लिखा था कि ''असहमतियों के इस दौर में एकजुट रहिए. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर किसानों की भीड़ लगातार बढ़ रही है लेकिन विराट ने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष शांति से इस मसले का हल निकालेंगे.''
खिलाड़ियों की हुई आलोचना
विराट कोहली के अलावा सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, युवराज सिंह, रोहित शर्मा समेत तमाम बड़े खिलाड़ियों ने विदेशी हस्तियों के किसान आंदोलन पर बोलने के खिलाफ मोर्चा खोला था. इन खिलाड़ियों को हालांकि हम इस कदम की वजह से आलोचना का शिकार भी होना पड़ रहा है.
बता दें कि इंडिया और इंग्लैंड सीरीज से एक साल के लंबे इंतजार के बाद भारत में क्रिकेट की वापसी होने जा रही है. कोरोना वायरस की वजह से पिछले साल जनवरी के बाद से ही टीम इंडिया अपने घर में क्रिकेट नहीं खेल पाई.
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