वेस्टइंडीज़ के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में ही चोटिल होकर बाहर हुए शार्दुल ठाकुर का अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टी20 और टेस्ट टीम में भी चुना जाना मुश्किल नज़र आ रही है. शार्दुल ठाकुर ऑस्ट्रेलिया दौरे तक पूरी तरह से फिट नहीं हो पाएंगे और उन्हें कम से कम सात हफ्तों के पुनर्वास कार्यक्रम में जाना होगा.


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज़ का आगाज़ 21 नवंबर से होगा. जबकि चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ 6 दिसम्बर से शुरु होगी. सीरीज़ के सबसे आखिर में यानि 12 जनवरी से वनडे सीरीज़ खेली जाएगी. लेकिन टी20 और टेस्ट सीरीज़ तक शार्दुल का पूरी तरह से फिट हो पाना संभव नज़र नहीं आता.


इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में ठाकुर ने कहा, 'अगर मैं पूरी कोशिश भी करूं तो भी मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट(14 दिसम्बर से) तक भी फिट नहीं हो सकता. टी20 और टेस्ट टीम में जगह बना पाना मुश्किल नज़र आता है. हालांकि मेरी कोशिश वनडे सीरीज़ में वापसी करने पर है. देखते हैं मैं किस तरह से वापसी कर पाता हूं. मैं अगले सात हफ्तों तक अपनी ट्रेनिंग पर रहूंगा.'


वेस्टइंडीज़ के खिलाफ हैदराबाद में टेस्ट कैप हासिल करने के बाद सिर्फ 10 गेंदे फेंकते ही ठाकुर चोटिल हो गए. जिसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए तो आए लेकिन उसके अलावा मैदान पर नहीं उतर सके. जिसकी वजह से उन्हें वनडे सीरीज़ से भी बाहर कर दिया गया और उनके स्थान पर इनफॉर्म उमेश यादव को वनडे सीरीज़ का हिस्सा बनाया गया.


ठाकुर को इससे पहले एशिया कप के दौरान भी ग्रोइन इंजरी हुई थी. जिसकी वजह से सिर्फ एकमात्र मुकाबले के बाद उन्हें वतन वापस लौटना पड़ा था. हालांकि इसके बाद उन्होंने वापसी फिट होकर विजय हज़ारे ट्रॉफी खेली और टीम इंडिया में वापसी की थी.


ठाकुर ने ये भी बताया कि 'एशिया कप में लगी चोट इस चोट से अलग थी. टेस्ट मैच के दौरान मुझे महसूस हुआ कि मेरी मांसपेशियों में कुछ परेशानी हुई है. जब मैं लंगड़ाने लगा तो विराट ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ है तो मैंने उन्हें बताया कि कुछ खिंचाव जैसा है.'


आपको बता दें कि महाराष्ट्र के इस 27 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ ने भारत के लिए कुल पांच टेस्ट और एकमात्र टेस्ट खेला है.