चेन्नई: भारत पांच टेस्ट मैचों की वर्तमान सीरीज में इंग्लैंड से काफी बेहतर टीम रही लेकिन फील्डिंग कोच आर श्रीधर का मानना है कि मेजबान टीम को करीबी कैच लेने में और अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए. 



 



श्रीधर ने पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत हूं कि हमारी कैचिंग विशेषकर तेज गेंदबाजों के सामने विकेट के पीछे के करीबी कैच के मामले में इस सीरीज में हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा. हमने पिछले दो वर्षों में हाई स्टैण्डर्ड तय किए हैं लेकिन इस सीरीज में चीजें हमारे अनुकूल नहीं रही.’’



 



खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण भारत ने प्लेइंग इलेवन में लगातार बदलाव किये जिससे स्लिप कोर्डन में भी खिलाड़ी बदलने पड़े. चोटिल अंजिक्य रहाणे पांचवें टेस्ट मैच में नहीं खेल रहे हैं और स्पिनरों के सामने कप्तान विराट कोहली को स्लिप में खड़ा होना पड़ रहा है. श्रीधर ने कहा कि स्लिप में कैच लेने में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण इसमें बदलाव करना पड़ा है. उन्होंने कहा, ‘‘इस सीरीज में हमारे कुछ खिलाड़ी चोटिल हो गये. हमने करीबी फील्डिंग में कुछ खिलाड़ियों को बदला. यह बहाना नहीं है लेकिन हम इस पर काम कर रहे हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि यहां से हमारा प्रदर्शन आगे बेहतर रहेगा. ’’ 



 



भारत मोईन अली को उनकी पारी के शुरू में ही आउट कर देता लेकिन लोकेश राहुल सही समय पर गेंद पकड़ने के लिये नहीं उछले और इस तरह से मोईन को जीवनदान मिल गया और उन्होंने इसका फायदा उठाकर नाबाद 120 रन बनाये. इंग्लैंड ने पहले दिन चार विकेट पर 284 रन बनाये और उन्होंने इसका श्रेय मोईन और जो रूट (88) को दिया. 



 



श्रीधर ने भारतीय क्षेत्ररक्षण के बारे में आगे बात करते हुए कहा कि रहाणे की अनुपस्थिति में कोहली स्लिप में अच्छी भूमिका निभा रहा है. उन्होंने चेतेश्वर पुजारा के समर्पण की भी प्रशंसा की जो कि टीम के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘केाहली ने बहुत अच्छी भूमिका निभायी है लेकिन हमें आउटफील्ड में उसकी कमी खल रही है. जब वह शॉर्ट कवर, शॉर्ट मिडविकेट पर क्षेत्ररक्षण करता है तो हमेशा काफी उर्जावान रहता है और वहां एक दो रन रोकता है और मौके बनाता है. कोहली अब स्लिप में है और वह भी अंजिक्य की तरह अच्छा काम रहा है. ’’ 



 



श्रीधर ने कहा, ‘‘पुजारा जो मुझे अपनी फील्डिंग को लेकर लगातार मुझसे बात करता है. एक एथलीट के रूप में उसकी कुछ सीमाएं हैं लेकिन वह प्रैक्टिस सेशन में फील्डिंग पर अपनी तरफ से पूरा प्रयास करता है. वह संभवत: एकमात्र खिलाड़ी है जो यह सुनिश्चत करता है कि वह फील्डिंग करेगा. ’’ 



 



उन्होंने कहा, ‘‘चाहे आउटफील्ड हो या करीबी फील्डिंग या कोई भी अन्य पोजीशन, वह पूरी तन्मयता से अपनी भूमिका निभाता है. अगर आपने पिछले डेढ़ दो साल में देखा होगा तो पुजारा ने एक फील्डर के रूप में निश्चित तौर पर सुधार किया है. आज उसने तीन रन बचाये. ’’