इंडियन प्रीमियर लीग 12वें सीजन का खिताब जीतने के लिए डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस ने 150 रनों का लक्ष्य दिया है. हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियंस को चेन्नई के गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत के बाद भी बड़ा स्कोर नहीं करने दिया और 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 149 रनों पर ही रोक दिया.
आखिरी के पांच ओवरों में केरन पोलार्ड के रहते हुए मुंबई 47 रन ही बना पाई और इस दौरान उसने तीन विकेट खो दिए. पोलार्ड ने आखिरी ओवर की आखिरी दो गेंदों पर दो चौके मारे लेकिन इससे पहले इसी ओवर में ड्वायन ब्रावो ने उन्हें रोके रखा. पोलार्ड ने 25 गेंदों पर नाबाद 41 रनों की पारी खेली जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल रहे.
चेन्नई के लिए दीपक चाहर ने तीन विकेट लिए. शार्दूल ठाकुर और इमरान ताहिर को दो-दो सफलताएं मिलीं.
पहले ओवर में मुंबई ने सिर्फ दो रन ही बनाए थे. दूसरे ओवर से रोहित शर्मा (15) और क्विंटन डी कॉक (29) ने तेजी दिखाई और ठाकुर तथा चाहर पर बड़े शॉट्स लगाए. दोनों की आक्रामकता ज्यादा देर रह नहीं पाई. ठाकुर ने 45 के कुल स्कोर पर डी कॉक को आउट किया तो इसी स्कोर पर अगले ओवर में चाहर ने रोहित को महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच कराया.
रोहित और डी कॉक ने जिस तेजी से रन बनाने की शुरुआत की थी, उसे युवा बल्लेबाज ईशान किशन और मुंबई के अनुभवी खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने काफी हद तक जारी रखा. इन दोनों ने 11 ओवरों में मुंबई के स्कोरबोर्ड पर दो विकेट के नुकसान पर 80 टांग दिए थे.
हरभजन सिंह और ब्रावो को सफलता मिलती न देख धोनी ने लेग स्पिनर ताहिर को लगाया. ताहिर के ओवर की दूसरी गेंद पर सूर्यकुमार अनुमान लगाने में चूक गए और गेंद उनके बल्ले से टकरा विकेटों पर जा लगी. सूर्यकुमार ने 17 गेंदों पर एक चौके की मदद से 15 रन बनाए.
धोनी ने गेंदबाजी में एक और बदलाव किया. वह ठाकुर को वापस ले कर आए. उनका यह बदलाव भी सफल रहा. ठाकुर ने अपनी ही गेंद पर तकरीबन 50-60 मीटर भाग कर क्रुणाल पांड्या (7) का कैच पकड़ मुंबई को चौथा झटका दिया. किशन (23) ताहिर की गेंद को लंबा मारने की कोशिश में मिसहिट कर बैठे और सुरेश रैना ने उनका कैच पकड़ा.
मुंबई का स्कोर 15 ओवर बाद पांच विकेट के नुकसान पर 102 रन था. अब मैदान पर मुंबई की अंतिम ओवरों की विशेषज्ञ जोड़ी केरन पोलार्ड-हार्दिक पांड्या की थी. चेन्नई के पास इस जोड़ी को तोड़ने का मौका था, लेकिन रैना ने 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर हार्दिक का आसान का कैच छोड़ दिया. यहां हार्दिक सिर्फ चार रन पर थे.
अगले ओवर में हालांकि हार्दिक, चाहर की गेंद पर पगबाधा दे दिए गए. उन्होंने 10 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 10 रन बनाए. इसी ओवर में चाहर ने अपने भाई राहुल चाहर को बिना खाता खोले पवेलियन भेज मुंबई का स्कोर सात विकेट पर 140 रन कर दिया.
आखिरी ओवर में ब्रावो ने ज्यादा रन खर्च नहीं किए और मुंबई की बड़े स्कोर की आस धरी रह गई.