क्रिकेट में रोमांच का तड़का डालने के लिए 05 जनवरी, 1971 को वनडे क्रिकेट की शुरुआत हुई थी. इस फॉर्मेट में भी शुरुआत से ही बल्लेबाज़ों का बोलबाला रहा. लेकिन कई ऐसे बल्लेबाज़ भी रहे, जिनके नाम कुछ शर्मनाक रिकॉर्ड हुए. वैसे भी क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है. यहां कब क्या हो जाए, इसका अंदाज़ा लगा पाना बेहद मुश्किल है. कई ऐसे बल्लेबाज़ रहे हैं, जिन्होंने अपनी शानदार बैटिंग से सालों इस खेल पर राज किया है, लेकिन उनके नाम भी कई बार कुछ अनचाहे रिकॉर्ड दर्ज हो गए. फिलहाल आज हम बात करेंगे वनडे क्रिकेट में ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले टॉप पांच बल्लेबाज़ों की.


सनथ जयासूर्या


श्रीलंका क्रिकेट के इतिहास के महानतम बल्लेबाज़ों में शुमार सनथ जयासूर्या इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं. वह अपने वनडे करियर के 445 मैचों में 34 बार खाता खोले बिना ही पवेलियन लौटे हैं. हालांकि, उनके नाम इस फॉर्मट में 13430 रन दर्ज हैं. 


शाहिद अफरीदी


विश्व क्रिकेट में बूम बूम के नाम से मशहूर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. 398 वनडे मैचों में 6892 रन बनाने वाले अफरीदी अपने करियर में 30 बार जीरो पर आउट हुए हैं. 


वसीम अकरम और महेला जयावर्धने


पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम और श्रीलंका को अपनी कप्तानी में 2011 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने वाले महेला जयावर्धने वनडे क्रिकेट में 28-28 बार खाता खोले बिना ही आउट हुए हैं. वसीम अकरम दो काम चलाऊ बल्लेबाज़ थे, लेकिन विश्व के दिग्गज बल्लेबाज़ों में शुमार जयावर्धने का इस लिस्ट में होना आश्चर्यचकित करने वाला है.


लसिथ मलिंगा 


श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं. अपनी घातक गेंदबाजी में बड़े बड़े बल्लेबाज़ों को घुटने पर लाने वाले मलिंगा 26 बार खाता खोले बिना ही पवेलियन लौटे हैं.