भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिग्गज मोहम्मद अज़हरुद्दीन का हैदराबाद क्रिकेट संघ का अध्यक्ष चुना गया है. एक समय पर मैच फिक्सिंग की वजह से आजीवन बैन झेलने के बाद अब एक बार फिर से अज़हर नई ऊंचाइयां छूने के लिए बेकरार हैं.

आज एचसीए चुनाव में अज़हर का सिक्का चला और उन्हें 173 वोट मिले. जबकि उनके प्रतिद्वंदी के रूप में मौजूद प्रकाश चंद जैन को महज़ 73 वोट मिले.

चुनाव जीतने के बाद ही अज़हर ने एचसीए के लिए बेहतर से बेहतर काम करने की शपथ भी ली. उन्होंने कहा कि ''अगर क्रिकेट आगे बढ़ता है तो फिर संघ भी आगे बढ़ेगा. अगर बोर्ड सही रहेगा तो फिर हर कोई खुश भी रहेगा. लेकिन अब हम पिछली चीज़ों को छोड़ आगे बढ़ेंगे.''

उन्होंने आगे कहा, ''इन चुनावों में कोई परेशानी नहीं आयी. मैं सदस्यों और सचिवों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अध्यक्ष चुना.''

अन्य निर्वाचित पदाधिकारियों में जान मनोज (उपाध्यक्ष), आर विजयानंद (सचिव) और नरेश शर्मा (संयुक्त सचिव) शामिल हैं.

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सांसद रहे 56 वर्षीय अजहर लंबे समय तक भारत के कप्तान रहे. नब्बे के दशक में उनकी अगुवाई में भारत ने इंग्लैंड, श्रीलंका और जिम्बाब्वे को घरेलू श्रृंखलाओं में हराया था.

अज़हर टीम इंडिया के जाने माने खिलाड़ी हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 99 टेस्ट और 334 वनडे खेले हैं. उन्हें 1980 से लेकर 1990 के बीच में सबसे कलात्मक बल्लेबाज माना जाता रहा है.

टीम की जर्सी में कालर ऊंचा कर के चलने का उनका अपना निराला अंदाज था. बल्लेबाजी के दम पर कई बार टीम मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकालने वाले अजहर अपने जमाने के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में भी शामिल थे.

उन्होंने तीन एकदिवसीय विश्व कप (1992, 1996, 1999) में भारतीय टीम का नेतृत्व किया जबकि एस. वेंकटराघवन (1975, 1979) और महेन्द्र सिंह धोनी (2011, 2015) को दो बार ही यह गौरव मिला है.