आज भारत अपना 20वां कारगिल शौर्य दिवस मना रहा है, यानि आज के दिन ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान को कारगील में धूल चटाकर अपना बहादुरी का एक और उदाहरण पेश किया था. इस खास मौके पर अब ऐसी खबरें भी आई हैं कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी भी अब सेना के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और 31 जुलाई से 15 अगस्त के बीच वो कश्मीर में सेना के साथ ही रहेंगे.

शौर्य दिवस के खास मौके और एमएस धोनी के इस कदम पर टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने इसे ऐतिहासिक करार दिया है. साथ ही कहा है कि ये उनकी कमाल की पहल है जिससे देश के नौजवानों को भी सेना में जाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.

गौतम गंभीर ने कहा कि "धोनी का यह कदम कमाल का है. मैंने पहले कई बार कहा है कि धोनी को सेना की वर्दी तभी पहननी चाहिए जब वो सेना के लिए कुछ करें और अब धोनी ने सेना के साथ समय बिताने का फैसला किया है. इससे पता चलता है कि वह सेना के प्रति कितने समर्पित और गंभीर हैं. धोनी का यह कदम देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा का काम करेगा और युवा सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित होंगे."

गौतम गंभीर के अलावा टीम इंडिया के पूर्व विश्वविजेता कप्तान कपिल देन ने भी कहा कि "धोनी ने जो किया है, वो बड़ा फैसला है. इससे देश का युवा प्रेरित होगा. मुझे लगता है कि देश के युवाओं को कुछ समय सेना में जरूर बिताना चाहिए, जिससे देश का भला हो सके और युवाओं को नई सीख मिल सके."

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने विश्वकप के बाद ये फैसला किया कि वो वेस्टइंडीज़ दौरे पर नहीं जाएंगे और टीम इंडिया से ब्रेक लेकर अपना समय भारतीय सेना के साथ बिताएंगे.

इस वजह से ही धोनी को वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली वनडे और टी-20 सीरीज के लिए भी टीम में नहीं चुना गया.