कोरोना वायरस की वजह से पिछले करीब तीन महीनों से इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट का आयोजन नहीं हो रहा है. अधिकतर देशों में लॉकडाउन की पाबंदियों के चलते क्रिकेटर्स घरों में ही कैद है. हालांकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन को लगता है कि इस मजबूरी के ब्रेक के कारण कुछ खिलाड़ियों का करियर बढ़ सकता है. बता दें कि 13 मार्च को आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला गया था.
पीटरसन ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे लगता है कि इस मजबूरी के ब्रेक के कारण न जाने कितने महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों के करियर बढ़ गए हैं. दबाव से मानसिक छुट्टी उन्हें खेल से दोबारा प्यार करने में उनकी मदद करेगी और यह देखना दिलचस्प होगा."
खेल को पटरी पर लाने की कोशिशें शुरू
करीब तीन महीने के ब्रेक के बाद कुछ देशों में खेल को पटरी पर लाने की कोशिशें शुरू कर दी है. इस पहल में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड सबसे आगे है. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने पिछले हफ्ते से ही अपने गेंदबाजों को मैदान पर प्रैक्टिस करने की छूट दे दी है. हालांकि बल्लेबाजों को दोबारा मैदान पर लौटने के लिए अभी इंतजार करना होगा.
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी अपने खिलाड़ियों को जल्द ही ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत दे सकते हैं. हालांकि भारतीय क्रिकेटर्स को मैदान पर दोबारा ट्रेनिंग के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है.
बीसीसीआई कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए पहले ही आईपीएल को भी अनश्चितकाल के लिए स्थगित कर चुका है. इसी कारण अक्टूबर-नवंबर के बीच होने वाले टी-20 विश्व कप पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
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