नाडकर्णी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ही अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था. अबतक के सबसे किफायती गेंदबाज रहे नाडकर्णी ने अपने टेस्ट करियर में 9165 गेंदें फेंकी, जिसमें उन्होंने केवल 2559 रन ही खर्च किए थे.
नाडकर्णी ने 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए टेस्ट मैच में लगातार 21 मेडेन ओवर गेंदबाजी की थी. उन्होंने उस मैच में कुल 32 ओवर फेंके थे, जिसमें से 27 ओवर मेडेन थे. उन्होंने इन 32 ओवरों में केवल पांच रन ही दिए थे. उन्हें हालांकि कोई विकेट नहीं मिला था.
नाडकर्णी के निधन पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू से लेकर क्रिकेटर सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर सहित कई क्रिकेटरों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. वेंकैया ने नाडकर्णी निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "शानदार क्रिकेटर और आलराउंडर बापू नाडकर्णी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में लगातार 21 मेडेन ओवर फेंकने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. मेरी संवदेनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति है."
सुनील गावस्कर ने कहा, "कई दौरों में सहायक प्रबंधक के रूप में साथ आए. वह बहुत ही प्रोत्साहित करने वाले थे. उनका प्रिय वाक्य था 'छोड़ो मत'. वह ²ढ़ क्रिकेटर थे, जिन्होंने तब खेला जब दस्ताने और थाई पैड अच्छे नहीं होते थे, गेंद लगने से बचाने के लिए सुरक्षा उपकरण नहीं थे, लेकिन इसके बावजूद वह 'छोड़ो मत पर विश्वास करते थे.'
सचिन ने लिखा, "बापू नाडकर्णी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. मैं उनके लगातार 21 मेडेन ओवर कराने के रिकॉर्ड को सुनकर बड़ा हुआ. मेरी संवदेनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति है."
बीसीसीआई ने ट्विटर पर उनकी पोस्ट करते हुए लिखा, "बीसीसीआई बापू नाडकर्णी के निधन पर शोक व्यक्त करता है." उनके अलावा, मोहम्म्मद कैफ, रविचंद्रन अश्विन, रवि शास्त्री, अनिल कुंबले और वीवीएस लक्ष्मण ने भी नाडकर्णी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, "क्रिकेट जगत के रत्न, ऑलराउंडर नाडकर्णी ने कल दुनिया को अलविदा कह दिया. आपने टेस्ट मैच में लगातार 21 मेडेन ओवर फेंकने का जो वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया, उसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया. आपके बिना क्रिकेट जगत स्वयं को सदैव अधूरा महसूस करेगा. विनम्र श्रद्धांजलि."