पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीबी चंद्रशेखर की मौत पर पुलिस ने एक नया खुलासा किया है. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वीबी चंद्रशेखर ने कर्ज के कारण तनाव के चलते आत्महत्या की. गुरुवार को शुरूआती रिपोर्ट के अनुसार उनका निधन दिल का दौरा पड़ने के कारण हुआ था. लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार चंद्रशेखर ने कर्ज के कारण गुरूवार को यहां अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह इस कर्जे के कारण काफी तनाव में थे. चंद्रशेखर की तमिलनाडु प्रीमियर लीग में एक टीम ‘वीबी कांची वीरन्स’ थी, जिसका चौथा चरण गुरूवार को समाप्त हुआ.
तमिलनाडु के इस पूर्व बल्लेबाज का छह दिन बाद 58वां जन्मदिन था. उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा, "बीसीसीआई को यह बात बताते हुए दुख हो रहा है कि वीबी चंद्रशेखर का निधन हो गया है. उनके परिवार, दोस्तों और प्रंशसकों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं."
भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण ने ट्वीट कर लिखा, "अपने जिगरी दोस्त चंद्रशेखर के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हूं. उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे."
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने ट्वीट किया, "बेहद दुखद खबर..वीबी..बहुत जल्दी चले गए. हैरान हूं. परिवार और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं."
चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा, "दुखद दिन और क्रिकेट परिवार का बड़ा नुकसान. वीबी भगवान आपकी आत्मा को शांति दे."
सुरेश रैना ने लिखा, "चंद्रशेखर के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हूं. उनके लगातार प्रयासों के कारण ही चेन्नई सुपर किंग्स को सही बुनियाद मिली थी. उन्होंने शुरुआत से ही हमें प्रोसाहित किया और हम पर भरोसा रखा."
चंद्रशेखर अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं. उन्होंने 1988 से 1990 में भारत के लिए सात वनडे मैच खेले.
वनडे में उनके नाम एक अर्धशतक दर्ज है, जो उन्होंने इंदौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था.
चंद्रशेखर ने 81 प्रथम श्रेणी मैचों में 4999 रन बनाए जिसमें नाबाद 237 रन उनका उच्चतम स्कोर रहा. वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के मैनेजर भी थे.
चंद्रशेखर में मार्च 1988 में तमिलनाडु से खेलते हुए शेष भारत के खिलाफ 56 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था. यह उस समय भारत के घरेलू क्रिकेट में लगाया गया सबसे तेज शतक था.