आईसीसी क्रिकेट विश्वकप में भारतीय टीम का सपना टूटने के बाद वैसे तो देश के क्रिकेटिंग फैन्स ने कई खिलाड़ियों पर अपना गुस्सा निकाला. लेकिन टीम इंडिया के दिग्गज और पूर्व कप्तान एमएस धोनी सबसे ज्यादा निशाने पर रहे. धोनी ने विश्वकप के बाद खुद को वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ अलग रखा. जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 टीम में उन्हें चुना नहीं गया.


अब इस मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का बयान आया है. कुंबले ने कहा है कि ‘पक्का यकीन’ नहीं है कि दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी मौजूदा टीम में जगह पाने के दावेदार है ऐसे में चयनकर्ताओं को उनके भविष्य को लेकर चर्चा करनी चाहिए.

कुंबले का मानना है कि क्रिकेट में शानदार योगदान के लिए धोनी उचित विदायी के हकदार है और इसके लिए चयनकर्ताओं को उनसे बात करनी चाहिए.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धोनी का भविष्य चर्चा का विषय है और चयनकर्ताओं ने इस बात के पर्याप्त संकेत दिये है कि वे आगे की सोच रहे है.

कुंबले ने धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल जारी रखने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पंत ने निश्चित रूप से विकेट कीपर-बल्लेबाज के रूप में मजबूत दावा पेश किया है. खासकर टी 20 प्रारूप में उसने अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसे में धोनी से बातचीत करना जरूरी है. वह अच्छी विदायी का हकदार है और आपको उससे बात करनी चाहिए.’’

कुंबले चाहते हैं कि चयनकर्ता अगले कुछ महीनों में भविष्य को लेकर स्थिति साफ करें.

उन्होंने कहा, ‘‘टीम की खातिर, चयनकर्ताओं को योजनाओं को लेकर चर्चा करना चाहिए क्योंकि यह महत्वपूर्ण है कि इसके बारे में सही से बताया जाए. अगर चयनकर्ताओं का मानना ​​है कि धोनी टी20 विश्व कप के योजना में फिट बैठते हैं, तो मुझे लगता है कि उन्हें हर मैच में खेलना चाहिए.’’

कुंबले ने कहा, ‘‘अगर ऐसा नहीं है तक चयनकर्ताओं को उनकी विदायी के बारे में चर्चा करना चाहिए. मुझे लगता है कि उन्हें अगले दो महीने में ऐसा करना चाहिए.’’