Sanjay Manjrekar Tweet on Gautam Gambhir Press Conference: ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने से पहले गौतम गंभीर ने कई सवालों के जवाब दिए. उन्होंने पहले टेस्ट में रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी पर बात की, खराब प्रदर्शन के बाद भी टीम को डिफेंड किया और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई. अब भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर के बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है. मांजरेकर अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहते हैं और अब उन्होंने कहा है कि गौतम गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैसे बात करनी चाहिए, इसका उन्हें कोई आइडिया नहीं है.
संजय मांजरेक्टर ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा, "गौतम गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखा. शायद BCCI के लिए अच्छा यही होगा कि गंभीर को कॉन्फ्रेंस करने ना भेजा जाए. उनका रिपोर्टर्स के साथ बात करने का ना तो आचरण सही होता है और ना ही उनके शब्दों का विकल्प अच्छा होता है. रोहित शर्मा और अजीत अगरकर बेहतर ढंग से मीडिया के समक्ष बात कर पाते हैं." बताते चलें कि टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर न्यूजीलैंड के खिलाफ क्लीन स्वीप के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए थे. उनसे कई तीखे सवाल पूछे गए, लेकिन गंभीर ने हर बार की तरह बेबाक अंदाज में सवालों का सामना किया.
पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह होंगे कप्तान
रोहित शर्मा को लेकर बताया गया था कि वो निजी कारणों से पहला टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे, जो 22 नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा. गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी पर कहा, "अभी रोहित शर्मा को लेकर कुछ साफ नहीं है, लेकिन समय आने पर सबको बता दिया जाएगा. जसप्रीत बुमराह टीम के उपकप्तान हैं, इसलिए पर्थ टेस्ट में रोहित शर्मा की जगह बुमराह कप्तानी कर रहे होंगे." गंभीर ने यह भी बताया कि रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं रहते हैं तो उनकी जगह यशस्वी जायसवाल के जोड़ीदार के रूप में केएल राहुल और अभिमन्यू ईश्वरन टॉप उम्मीदवार हैं.
यह भी गौर करने वाली बात है कि पिछली चार बार से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत जीतता आ रहा है, लेकिन इस बार उसकी राह बेहद कठिन नजर आ रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 की हार से टीम का मनोबल कम हुआ होगा, वहीं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जाने का दबाव भी टीम के प्रदर्शन पर असर डाल सकता है. फाइनल में बिना किसी समस्या जगह बनाने के लिए भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कम से कम 4 मैच जीतने होंगे.
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