Former India Footballer Subhas Bhowmick Dies: भारत के पूर्व फुटबॉलर सुभाष भौमिक नहीं रहे. आज तड़के 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. वे डायबिटीज और किडनी से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित थे. लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था. सुभाष भौमिक 72 साल के थे. फुटबॉल में वे फारवर्ड लाइन के खिलाड़ी थे. मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और भारत की राष्ट्रीय टीम की ओर से उन्होंने कई मैचों में हिस्सा लिया. उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि साल 1970 के एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतना रहा.
भारतीय टीम ने 1970 में एशियन गेम्स में कांस्य पदक हासिल किया था. सुभाष भौमिक स्ट्राइकर के तौर पर इस टीम का हिस्सा थे. इसके साथ ही वे 1971 में सिंगापुर में हुए पेस्ता सुकान कप में दक्षिण वियतनाम के साथ संयुक्त विजेता रही भारतीय टीम के सदस्य भी रहे हैं. उनके नाम 1970 के मरडेका कप में भी कांस्य पदक दर्ज है. वे 1971 में रूस का दौरा करने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य थे.
सुभाष भौमिक ने भारत की राष्ट्रीय टीम की ओर से 24 इंटरनेशनल मैच खेले. इनमें उनके नाम 9 गोल दर्ज हैं. 1971 के मरडेका कप में फिलीपींस के खिलाफ हैट्रिक उनके लिए अब तक की सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.
सुभाष भौमिक एक बेहद सफल कोच भी रहे हैं. वे लंबे समय तक अलग-अलग फुटबॉल क्लब के कोच रहे. सुभाष भौमिक ईस्ट बंगाल, मोहन बागान, मोहम्मदन स्पोर्टिंग, सलगाओकार और चर्चिल ब्रदर्स जैसे फुटबॉल क्लब के कोच रहे. भौमिक के निधन पर उनके फैंस ट्विटर के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. वर्तमान और पूर्व के कई भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी और भारत की राष्ट्रीय टीम की ओर से भी उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है.
क्रिकेट का मैदान छोड़ राजनीति में एंट्री कर चुके मनोज तिवारी ने भी भारत के इस महान फुटबॉलर को 'कू' एप पर श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने लिखा, 'भारतीय फुटबॉल जगत के लिए यह एक बड़ी क्षति है. आपकी आत्मा को शांति मिले. भारतीय फुटबॉल में आपके योगदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता है.'