जब जावेद मियांदाद ने भारतीय स्पिनर से कहा था- तेरा रूम नंबर क्या है, वहीं शॉट मारूंगा
दोषी ने मियांदाद की तारीफ करते हुए कहा कि वो ध्यान बंटाने में अच्छे थे. उन्होंने कहा कि मैदान के बाहर दोनों अच्छे दोस्त थे लेकिन मैदान में घुसते ही मियांदाद एकदम बदल जाते थे.
नई दिल्लीः क्रिकेट के मैदान में अक्सर विरोधी खिलाड़ियों के बीच बहसबाजी और छींटाकशी होती रहती है. कई बार ये बेहद भड़काऊ होती है, तो कभी बेहद मजेदार. इसी तरह, कई ऐसे खिलाड़ी भी होते हैं, जो इस तरह की टिप्पणियां करने में सबसे आगे रहते हैं. इनमें एक बड़ा नाम है, पाकिस्तान के पूर्व महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद का. मियांदाद खासतौर पर भारत के खिलाफ मैच के दौरान खिलाड़ियों को अपनी बातों से भड़काने की कोशिश करते थ. कुछ ऐसा ही उन्होंने 37 साल पहले भारतीय स्पिनर दिलीप दोषी के साथ भी किया था.
'गेंदबाजों का ध्यान भटकाने में माहिर थे मियांदाद'
बाएं हाथ के पूर्व भारतीय स्पिनर दिलीप दोषी ने हाल ही में बताया कि एक मैच के दौरान मियांदाद ने उनसे कमरे का नंबर पूछा था और कहा था कि वो दोषी की गेंद पर वहीं शॉट मारेंगे. दोषी ने पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक के साथ एक इंटरव्यू में ये बात बताई.
दोषी ने मियांदाद की तारीफ करते हुए कहा कि वो ध्यान बंटाने में अच्छे थे. दोषी के मुताबिक, “जावेद मियांदाद महान बल्लेबाज हैं. वो मेरे अच्छे दोस्त भी हैं और मैदान के बाहर मैं उन्हें पसंद भी करता हूं, लेकिन जब वो मैदान में जाते थे तो उनका चरित्र बदल जाता था. जब आप उन्हें शॉट खेलने से रोकते थे, तो वो आपका ध्यान भंग करने की कोशिश करते थे और इस काम में माहिर थे.”
बैंगलोर टेस्ट में दोषी से किया था मजाक
1983 में दोनों देशों के बीच बैंगलोर टेस्ट को याद करते हुए दोषी ने बताया, “उस बैंगलोर में मेरे वापसी वाले टेस्ट में वह मुझसे कहने की कोशिश कर रहे थे कि ‘तुम्हारा रूम नंबर क्या है? मैं तुम्हारी बॉल पर वहां शॉट मारना चाहता हूं.’ ये सब अच्छा मजाक था.”
दोषी ने 1979 से 1983 के बीच भारत के लिए 33 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 114 विकेट हासिल किए. इसके अलावा उन्होंने 15 वनडे मैच भी खेलकर 22 विकेट भी अपने नाम किए थे. दोषी ने आखिरी बार 1983 में पाकिस्तान के खिलाफ ही अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था.
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