Imran Nazir: पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उनका कहना है कि जब वह करियर के चरम पर थे तब उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी. इमरान नजीर साल 1999 से लेकर 2012 कर पाकिस्तान लिए खेले थे. उन्होंने यह भी कहा पारा की वजह से होने वाली बीमारी के चलते एक समय जिंदगी से जंग लड़ रहे थे. जोकि एक तरह का धीमा जहर था. इमरान नजीर अपने समय में पाकिस्तान के आक्रामक सलामी बल्लेबाज थे.
मुझे धीमा जहर दिया गया
इमरान नजीर ने नादिर अली पॉडकास्ट के दौरान बात करते हुए कहा, 'हाल में जब मैंने एमआरआई सहित इजाल कराया तो एक बयान जारी किया गया कि मुझे धीमा जहर (पारा) (Slow Poison) दिया गया था. यह आपके जोड़ तक पहुँचता है और उन्हें नुकसान पहुँचाता है. 8-10 साल तक मेरे सभी जोड़ों का इलाज किया गया. मेरे सारे जोड़ खराब हो गए थे और इस वजह से लगभग 6-7 साल तक दर्द सहा.'
इमरान नजीर के मुताबिक, 'मैं इधर-उधर घूमता था. जब लोग पूछते थे कि तुम ठीक दिख रहे हो. तब मुझे बहुत से लोगों पर शक होता था. लेकिन मैंने कब और क्या खाया पता नहीं चला. क्योंकि धीमा जहर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं देता. यह आपको सालों तक मारता है. जिसने भी ऐसा किया उसके लिए मैंने बुरा नहीं चाहा. जो मारना चाहता है उससे बेहतर बचाने वाला है.'
अफरीदी ने की मदद
इस दौरान इमरान नजीर ने कहा, 'पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने मुझे सहारा दिया. मुश्किल हालात में उन्होंने मेरी आर्थिक मदद की'. नजीर के मुताबिक, 'मैंने अपनी पूरी जिंदगी की कमाई इलाज पर खर्च कर दी. आखिर में एक फाइनल ट्रीटमेंट हुआ. जिसमें शाहिद अफरीदी ने मेरी काफी मदद की. उन्होंने जरूरत के समय मेरी मदद की. जब मैं शाहिद भाई से मिला तो मेरे पास कुछ नहीं बचा था. एक दिन के अंदर मेरे डॉक्टर के खाते में पैसा आ गया. उन्होंने कहा, कितना भी पैसा चाहिए बस मेरा भाई ठीक हो जाए. उन्होंने मेरे ऊपर करीब 40-50 लाख रुपये खर्च किए. उन्होंने अपने मैनेजर से कहा था, इमरान के बारे में मत पूछो. उसे जितने पैसे चाहिए भेजते रहो.'
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