मुंबई: कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर बल्लेबाजी में अपनी बादशाहत साबित करते हुए नाबाद शतक जमाया जिसकी मदद से भारत ने चौथे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन आज इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट पर 451 रन बना लिए.



 



कोहली ने 15वां टेस्ट शतक पूरा करते हुए नाबाद 147 रन बना लिए हैं. वहीं मुरली विजय ने इससे पहले 136 रन बनाये जिसकी बदौलत भारत ने इंग्लैंड के 400 रन के जवाब में 51 रन की बढत ले ली. कोहली और जयंत यादव (30 नाबाद) ने आठवें विकेट के लिए 87 रन की नाबाद साझेदारी कर ली है.



 



हर प्रारूप में नित नए रिकॉर्ड बना रहे कोहली की पारी आज के खेल के आकषर्ण का केंद्र रही. कोहली ने 359 मिनट की अपनी पारी के दौरान एक कैलेंडर वर्ष में 1000 टेस्ट रन पूरे कर लिए. इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में भी उनके 4000 रन पूरे हो गए. वह 15वें टेस्ट शतक के साथ गुंडप्पा विश्वनाथ (14 शतक) से भी आगे निकल गए. कोहली ने अपनी पारी में 241 गेंद खेलकर 17 चौके लगाए.



 



उन्होंने विजय के साथ भी 116 रन की साझेदारी की. विजय ने 282 गेंदों का सामना करके 10 चौके और तीन छक्के जड़े. यह विजय का आठवां शतक था जिन्होंने राजकोट में पहले टेस्ट में भी सैकड़ा बनाया था.



 



कोहली और जयंत अगर कल 100 रन से उपर की बढत दिला देते हैं तो इंग्लैंड के लिये वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर वापसी करना मुश्किल होगा.



 



इंग्लैंड के लिए स्पिनर मोईन अली, आदिल रशीद और जो रूट ने दो-दो विकेट लिए.



 



विजय के आउट होने के बाद भारत ने मध्यक्रम के कुछ विकेट जल्दी गंवा दिये. निचले चार विकेट 17 ओवर के भीतर गिर गए. इसके बाद कोहली और जडेजा (25) ने मिलकर पारी को संभाला. जयंत के रूप में कोहली को अच्छा साझेदार मिला. पिछले दो मैचों में नाकाम रहे विजय ने कोहली के साथ मिलकर इंग्लैंड के फिरकी आक्रमण को प्रभावहीन कर दिया. इससे पहले भारत ने चेतेश्वर पुजारा का विकेट दूसरी ही गेंद पर गंवा दिया था.



 



लंच के बाद विजय , करूण नायर (13), विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल (15) और आर अश्विन (0) जल्दी आउट हो गए. कोहली ने हालांकि जडेजा और यादव के साथ मिलकर एक छोर संभाले रखा.



 



चार तेज गेंदबाजों के होते हुए भी इंग्लैंड ने 130वें ओवर तक दूसरी नई गेंद नहीं ली. सुबह चेतेश्वर पुजारा अपने कल के स्कोर 47 रन पर आउट हो गए. भारतीय टीम ने अपने कल के स्कोर एक विकेट पर 146 रन से आगे खेलना शुरू किया था. राजकोट में पहले टेस्ट में 126 रन बनाने वाले विजय ने अपने कैरियर का आठवां शतक बनाया. वह इस मैदान पर शतक जमाने वाले सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग के बाद तीसरे भारतीय सलामी बल्लेबाज बने. पिछले 14 साल में किसी भारतीय सलामी बल्लेबाज का वानखेड़े स्टेडियम पर पहला शतक है. सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अक्तूबर 2002 में 147 रन बनाये थे. 



 



पुजारा दिन में दूसरी ही गेंद पर तेज गेंदबाज जैक बॉल का शिकार हुए. वह कल के स्कोर 47 रन में कोई इजाफा नहीं कर सके. उन्होंने विजय के साथ दूसरे विकेट के लिये 107 रन की साझेदारी की । 



 



पुजारा को आउट करने के बाद भारत पर दबाव बनाने की इंग्लैंड की कोशिशों को कोहली ने नाकाम कर दिया. कोहली 4000 टेस्ट रन पूरे करने वाले भारत के 14वें बल्लेबाज बन गए और वर्तमान क्रिकेटरों में इस मुकाम तक पहुंचने वाले वह अकेले भारतीय हैं. विजय लंच के बाद लेग स्पिनर आदिल रशीद को अपना विकेट गंवा बैठे. लंच से 12 मिनट पहले 116 के स्कोर पर उनके खिलाफ रशीद की गेंद पर पगबाधा की जोरदार अपील हुई थी. इस फैसले पर रिव्यू लिया गया और फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया.



 



विजय के बाद नायर को मोईन अली ने पवेलियन भेजा जबकि जो रूट ने लगातार दो ओवरों में भारत को दो झटके दिये. भारत दो विकेट पर 262 रन से छह विकेट पर 307 रन पर पहुंच गया.



 



नायर को मोईन ने पगबाधा आउट किया और रिव्यू का फैसला भारत के खिलाफ गया. पटेल और अश्विन चार गेंदों के भीतर आउट हुए. रशीद ने अगले ओवर में कोहली का रिटर्न कैच छोड़ा जब उनका स्कोर 68 रन था.



 



यादव को भी जेम्स एंडरसन के पहले ओवर में रूट ने दूसरी स्लिप में जीवनदान दिया.