नई दिल्ली: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अनुभवी अंबाती रायडू को नजरअंदाज किए जाने पर चयनकर्ताओं को आड़े हाथों लिया है. गंभीर का कहना है कि चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने के कारण ही रायडू ने संन्यास की घोषणा की है. भारतीय चयनकर्ताओं ने विश्व कप के लिए रिजर्व खिलाड़ी होने के बावजूद रायडू को 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया था. इसके बाद शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद उन्हें टीम में मौका नहीं दिया गया.

इससे परेशान होकर रायडू ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. गंभीर ने रायडू के संन्यास पर कहा, "मेरे अनुसार, इस विश्व कप में चयनकर्ता पूरी तरह से निराश होंगे. रायडू का संन्यास लेने का कारण वे ही हैं."

पूर्व सलामी बल्लेबाज ने चयनकर्ताओं को लताड़ते हुए कहा, "पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर उतने रन ही बनाए होंगे, जितने की रायडू ने अपने करियर में बनाए हैं. उनके संन्यास लेने से मैं पूरी तरह से निराश हूं."

रायडू ने भारत के लिए अब तक 55 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए हैं. उन्होंने तीन शतक और 10 अर्धशतक भी बनाए हैं. गंभीर ने आगे कहा, "विश्व कप में चोटों के बीच ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया. रायडू की जगह कोई भी होता तो उन्हें बुरा लगता. उनके जैसे क्रिकेटर ने आईपीएल और देश के लिए अच्छा किया है."

उन्होंने कहा, "तीन शतक और 10 अर्धशतक लगाने के बावजूद अगर एक खिलाड़ी को संन्यास लेना पड़ता है तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए बुरा समय है."