पिछले चार महीने में भारतीय खिलाड़ी मैदान पर तो नहीं उतरे लेकिन टीम इंडिया का सबसे महान कप्तान कौन इसको लेकर लगातार चर्चा बनी हुई है. जिन पूर्व क्रिकेटर्स ने धोनी और गांगुली को लेकर छिड़ी इस बहस में हिस्सा लिया है उनमें से अधिकतर सौरव के समर्थन में ही दिखाई दिए हैं. पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने हाल ही में कहा था कि गांगुली ने कड़ी मेहनत से टीम तैयार की थी. इसी का नतीजा था कि धोनी इतनी सारी ट्रॉफियां जीतने में सफल रहे.
स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर गांगुली और धोनी को लेकर जारी चर्चा के बीच दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ, श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा और गंभीर ने अपनी अपनी बात कही. स्मिथ ने कहा, "एक खिलाड़ी के तौर पर मेरे लिए दादा (सौरव गांगुली) और धोनी की कप्तानी के बीच का अंतर धोनी हैं. मैं सोचता हूं कि बीच के ओवरों में उनके अंदर जो मैच को अंत तक ले जाने, जीतने और आराम से फिनिश करने की क्षमता है, वो इसे अपने आस पास के सभी लोगों के अंदर लाते हैं. मैं जब उनके बारे में सोचता हूं तो इन दोनों हीरो के बीच का फर्क धोनी खुद हैं."
संगकारा ने कहा, "आप काफी सारी चीजों को तय कर सकते हैं, लेकिन कभी कभी आपको कुछ चीजों को पीछे छोड़ना पड़ता है. मुझे लगता है इस मामले में दादा ने काफी मेहनत की. एक शानदार टीम तैयार करने और इसे दूसरों के लिए छोड़ने में जैसे धोनी, जिनको इसका भरपूर फायदा मिला. धोनी, असाधारण खिलाड़ी, अविश्वसनीय कप्तान और फिर उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाया है. लेकिन मेरे लिए उन सभी की नींव दादा ने रखी."
धोनी को भी मिला श्रेय
गंभीर ने कहा, "निश्चित रूप से, दोनों ही कप्तानों ने भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने का काम किया. लेकिन असर छोड़ने के लिहाज से देखूं तो मैं सिर्फ धोनी के बारे में बात करूंगा क्योंकि वह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए काफी ज्यादा गंभीर रहे."
गंभीर ने इससे पहले कहा था कि धोनी बहुत भाग्यशाली कप्तान रहे हैं क्योंकि उन्हें हर प्रारूप में एक अद्भुत टीम मिली थी. उन्होंने कहा था, "धोनी बहुत भाग्यशाली कप्तान रहे हैं क्योंकि उन्हें हर प्रारुप में एक अद्भुत टीम मिली थी. 2011 का विश्व कप टीम धोनी के लिए बहुत आसान था क्योंकि हमारे पास सचिन, सहवाग, खुद मैं, युवराज, यूसुफ और विराट जैसे खिलाड़ी थे. इसलिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ टीम मिली थी जबकि गांगुली को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी और जिसके कारण धोनी ने इतने सारी ट्राफियां जीतीं."
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