भारतीय क्रिकेट टीम के 2011 विश्वकप के हीरो और सफल बल्लेबाज़ गौतम गंभीर को आज भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया. भारतीय क्रिकेटर के जीवन में इस खास लम्हे के गवाह उनके माता पिता और पत्नी नताशा भी बनीं.
गंभीर ने पिछले साल दिसंबर महीने में ही अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था.
गौतम गंभीर साल 2007 में टी20 और 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का अहम हिस्सा रहे. इन दोनों ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने बेहतरीन पारियां भी खेलीं जिससे टीम ये खिताब जीतने में कामयाब रही. हालांकि फिर भी उनके करियर में काफी उतार-चढ़ाव रहा.
इस पुरस्कार को लेने के बाद गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया पर इस मौके की अपनी तस्वीर शेयर की और लिखा, 'ये पुरस्कार भारतीय क्रिकेट के सभी समर्थक और विरोधियों के लिए है, क्योंकि दोनों ने मेरी इस यात्रा में अहम भूमिका अदा की है. किसी दिन विस्तार से बताऊंगा कि किसका योगदान ज्यादा रहा.'
पद्म अवॉर्ड्स देश के सर्वोच्च नागरिक अवॉर्ड्स में से एक है. इसमें तीन कैटेगरी हैं- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. पद्म पुरस्कार के लिए सरकार ने इस साल 112 लोगों का चुनाव इसके लिए किया था. जिनमें से चार लोगों को पद्म विभूषण, 14 लोगों को पद्म भूषण और 94 लोगों को पद्म श्री अवॉर्ड्स से नवाजा गया.
सोमवार को राष्ट्रपति ने 47 हस्तियों को सम्मानित किया था और आज (16 मार्च) बाकी 65 हस्तियों को पद्म अवॉर्ड्स से नवाजा गया.
गंभीर ने भारतीय टीम के लिए कुल 147 वनडे मैचों में 5238 रन बनाए हैं, जबकि उन्होंने 58 टेस्ट मैचों में 4154 रन अपने बनाए. 37 टी20 मैचों में भी उन्होंने 932 रन बनाए.