टीम इंडिया वनडे क्रिकेट में पिछले लंबे वक्त से अच्छा कर रही है, इसके पीछे एक सबसे बड़ा कारण है तो वो है भारतीय स्पिन गेंदबाज़ी. भारतीय स्पिनर युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव ने ने पिछले डेढ़ साल में टीम इंडिया के लिए कमाल की गेंदबाज़ी की है जिससे ये दोनों ही स्पिनर्स टीम के प्रमुख गेंदबाज़ बन गए हैं.


अब तक विश्वकप शुरु होने में 6 महीने से भी कम का समय रह गया है ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर और वर्ल्डकप हीरो रहे गौतम गंभीर ने आर अश्विन को इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप में खिलाने की पैरवी की है.


गंभीर ने अश्विन की पैरवी करते हुए कहा है कि अश्विन जैसा उंगलियों का स्पिनर इंग्लैंड में कलाई स्पिनर्स से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है.


गौतम गंभीर ने एक कार्यक्रम में चहल और कुलदीप की तारीफ के साथ कहा, 'हमारे कलाई के दोनों स्पिनर्स ने बीते एक साल में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन मेरा अब भी मानना है कि अश्विन एक ऐसा गेंदबाज है जिसके नाम पर हमें विचार करना चाहिए. मेरा मानना है कि एक योग्य स्पिनर हमेशा उच्च श्रेणी का होता है फिर चाहे वो कलाई से गेंदबाज़ी करे या उंगलियों से.'


गंभीर ने अश्विन की वापसी की बात के साथ ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नैथन लायन का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, 'लायन संभवत दुनिया के बेहतरीन स्पिनर हैं और वो उंगलियों का गेंदबाज़ है. मेरा मानना है कि हमें अंतर पैदा नहीं करना चाहिए.'


साथ ही गंभीर ने ये भी कहा कि इंग्लैंड में जो परिस्थिती में उसमें अश्विन किफायती साबित हो सकते है. इसलिए उनके नाम पर हमें विचार करना चाहिए.


अश्विन के अलावा गंभीर ने शिखर धवन का ज़िक्र करते हुए कहा कि जब धवन टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे तो उन्हें फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेलना चाहिए था. उन्होंने कहा, जो खिलाड़ी सिर्फ वनडे के लिए हैं, जैसे एमएस धोनी, शिखर धवन और अंबाती रायडू. उन्हें विश्वकप को ध्यान में रखते हुए फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में खेलना चाहिए.