महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर लंबे समय तक एक-दूसरे के साथ क्रिकेट खेले हैं. एक ने टीम के कप्तान के रूप में लंबा समय गुजारा है तो दूसरे ने टीम के उप कप्तान के तौर पर खूब क्रिकेट खेला है. इन दोनों क्रिकेटरों ने मिलकर टीम इंडिया को कई ट्रॉफियां दिलवाई हैं. इनमें 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप शामिल है. इन सब के बावजूद हमेशा देखा गया है कि इन दोनों दिग्गजों की आपस में बहुत कम ही बनी है. गंभीर का फॉर्म में रहने के बाद भी टीम में सिलेक्शन न हो पाना और फिर गंभीर के कुछ बयान जो धोनी के खिलाफ जाते नजर आते हैं, इन बातों से क्रिकेट जगत में इन दोनों के बीच मतभेद की बातें उठती रही हैं. अब गौतम गंभीर ने खुद इस तरह की बातों पर जवाब दिया है.


एंकर जतिन सप्रु के साथ उनके यू-ट्यूब शो में गौतम गंभीर ने कहा है, 'यह सब बकवास है. मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है और हमेशा रहेगा. मैंने यह बात ऑन रिकॉर्ड कही है. मैं आपके चैनल पर यह बात कहूंगा, मैं यह बात 138 करोड़ लोगों के सामने कहीं भी कह सकता हूं कि जब भी उन्हें (धोनी) जरूरत पड़ेगी, उम्मीद है कभी नहीं पड़ेगी, लेकिन जीवन में कभी भी अगर उन्हें जरूरत पड़ी तो मैं पहला इंसान रहूंगा जो उनके साथ खड़ा रहूंगा क्योंकि उन्होंने भारतीय क्रिकेट के  लिए बहुत कुछ किया है.'


गौतम गंभीर कहते हैं, 'हमारे बीच सोच को लेकर मतभेद हो सकते हैं. आप गेम को किसी और तरह से देखेंगे. मैं गेम को कुछ अलग नजरिए से देखूंगा. मेरे पास मेरा नजरिया था, उनके पास उनका नजरिया. वह जब तक कप्तान रहे तब तक मैं भी लंबे समय तक उनके साथ उपकप्तान रहा. जब हम IPL में अपनी-अपनी टीमों से खेलते तो हम एक-दूसरे के विरोधी भी रहे. लेकिन वह जिस तरह के इंसान हैं और जिस तरह के क्रिकेटर हैं, उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान हैं.'


गौरतलब है कि अक्सर गौतम गंभीर के बयान धोनी के खिलाफ जाते देखे गए हैं. वह धोनी की एक कप्तान के तौर पर और एक बल्लेबाज के तौर पर आलोचना करते रहे हैं. वर्ल्ड कप 2011 जीत का पूरा क्रेडिट धोनी को दिए जाने पर तो उन्होंने सोशल मीडिया पर साफ-साफ लिख दिया था कि यह जीत सिर्फ धोनी के छक्के से नहीं बल्कि पूरी टीम की मेहनत से आई है.


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