महान बल्लेबाजों में शुमार भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने विराट कोहली की कप्तानी वाली मौजूदा टीम को सलाह देते हुए कहा है कि अगर टीम को अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 विश्व कप जीतना है तो उसे अपनी फील्डिंग पर काम करना होगा. गावस्कर ने कहा, "मुझे लगता है कि फील्डिंग सबसे अहम है. आप रन बचाओ और विपक्षी टीम पर दबाव बनाओ." अगर देखा जाए तो भारत की फील्डिंग में काफी सुधार हुआ है लेकिन वेस्टइंडीज के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के शुरुआती दो मैचों में इस विभाग में भारत ने खराब प्रदर्शन किया है.

तिरुवनंतपुरम में खेले गए दूसरे टी-20 मैच के बाद कोहली ने भी कहा था कि इस तरह की फील्डिंग से हम कितना भी बड़ा लक्ष्य नहीं बचा सकते. गावस्कर भी कोहली से सहमत हैं और उन्हें लगता है कि भारत जितना अपनी फील्डिंग पर काम करेगा उतना ही उसे विश्व कप जीतने में आसानी होगी.
उन्होंने कहा, "भारतीय टीम काफी अच्छा कर रही है, लेकिन मुझे लगता है कि फील्डिंग में वो जितना काम करेंगे, कैच लेंगे और रन बचाएंगे, उनके लिए उतना ही आसान होगा." 70 साल के गावस्कर को लगता है कि यह सिर्फ भारत ही नहीं है जिसे टी-20 में लक्ष्य का बचाव करने में परेशानी आती हो बल्कि बाकी टीमों के साथ भी ऐसा है.

उन्होंने कहा, "टी-20 क्रिकेट में, सिर्फ भारत ही नहीं बाकी और टीमें भी हैं जो लक्ष्य बचा पाने में असमर्थ रहती हैं. पहले टी-20 में तो विंडीज भी लक्ष्य बचा नहीं पाई थी जबकि वो लक्ष्य तो 200 से ज्यादा का था. इसलिए यह सिर्फ भारत के साथ नहीं है, यह आमतौर पर बाकी की टीमों के साथ भी है."

उन्होंने कहा, "मैच शाम को खेले जाते हैं, इसलिए ओस बड़ा रोल निभाती है. गीली गेंद से गेंदबाजों को गेंद पकड़ने में दिक्कत होती है." उन्होंने कहा, "यहां तक की फील्डरों को भी इससे परेशानी होती है क्योंकि वह गेंद को पकड़ नहीं पाते हैं और थ्रो करते समय गेंद पर सही ग्रीप नहीं बनती है. इसलिए फील्डिंग में परेशानी आती है इसलिए मुझे लगता है कि टीमों को टी-20 में लक्ष्य बचाने में परेशानी होती है."

गावस्कर ने कहा, "जनवरी की शुरुआत में ज्यादा टी-20 मैच हैं. श्रीलंका के साथ हमें तीन टी-20 खेलने हैं. कुछ मौके आगे हैं इसलिए मुझे लगता है कि सैमसन को जल्द ही टीम में मौका मिलेगा." सैमसन को बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में जगह मिली थी लेकिन अंतिम-11 में मौका नहीं मिला था. विंडीज के खिलाफ सीरीज में भी वह चुने नहीं गए थे लेकिन शिखर धवन के चोटिल होने के बाद उन्हें दोबारा मौका मिला. श्रीलंका के साथ भारत को पांच जनवरी से तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है.