PCB Controversy: पिछले दिनों पाकिस्तान में आम चुनाव हुए. इसका असर पाकिस्तान क्रिकेट पर भी पड़ा. दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में बड़े पैमाने पर सरकार का हस्तक्षेप दिखने लगा है. इसके साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के काम करने की शैली पर सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवर-उल-हक काकर ने मोहसिन नकवी को पीसीबी का अध्यक्ष बनाया. इसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट में राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ना तय!
खासकर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में सरकारी अधिकारियों की भूमिकाओं के बारे में साफ मसौदा की कमी नजर आ रही है. इसके अलावा पाकिस्तान क्रिकेट में संभावित राजनीतिक हस्तक्षेप मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर रहा है. दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 2014 में नया नियम लिया था. इस नए नियम के मुताबिक, पाकिस्तान क्रिकेट में सरकारी अधिकारियों की दखलअंदाजी को कम से कम करना है, लेकिन हालिया दिनों में सरकारी दखलअंदाजी बढ़ने के संकेत मिले हैं.
क्यों उठे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर सवाल?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में 7 सरकारी अधिकारियों को शामिल किया गया है. जिसमें पंजाब के मुख्य सचिव जाहिद अख्तर जमान शामिल हैं. पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधान मंत्री अनवर-उल-हक काकर ने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में अपने नामांकित व्यक्तियों को दो से बढ़ाकर तीन करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संविधान में संशोधन किया था. नवनिर्वाचित अध्यक्ष मोहसिन नकवी फिलहाल छुट्टी पर हैं, लेकिन नए अधिकारियों को अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि इन नियुक्तियों के कारण वर्तमान पीसीबी निदेशकों पर गाज गिर सकती है. हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आगामी दिनों में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हालात में बदलाव आते हैं या नहीं?
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