Zimbabwe Cricket: आईसीसी टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में पहली बार 20 टीम हिस्सा लेने जा रही हैं. 2024 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका कर रहे होंगे. इस बीच पिछले साल हुए वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे इस आगामी टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी, जिसके बाद जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को बहुत बड़ा झटका लगा है. हैमिल्टन मसाकाद्ज़ा ने जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है.


हैमिल्टन मसाकाद्जा ने क्यों दिया इस्तीफा


हैमिल्टन मसाकाद्ज़ा ने साल 2019 में रिटायरमेंट लेने के बाद अक्टूबर महीने में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर होने का पद संभाला था. उन्होंने डायरेक्टर पद से इस्तीफा देने का कारण बताते हुए कहा, "मैंने बहुत सोच-विचार करने के बाद यह फैसला लिया है क्योंकि मेरी निगरानी में हमारी क्रिकेट टीम फेल रही है. मेरे डायरेक्टर रहते टीम में बहुत सुधार हुए होंगे, लेकिन इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि यूगांडा के खिलाफ हार के बाद हम आईसीसी काउंसिल में शामिल फुल मेंबर्स में अकेली ऐसी टीम हैं जो 2024 टी20 वर्ल्ड कप में नहीं खेलेगी. ये मेरे करियर के सबसे खराब दौर में से एक है और मैं डायरेक्टर ऑफ जिम्बाब्वे क्रिकेट के रूप में अच्छा ना कर पाने की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं."


जिम्बाब्वे आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप से कैसे हुआ बाहर?


टी20 वर्ल्ड कप 2024 के क्वालीफायर्स टूर्नामेंट में सिकंदर रज़ा के हाथों में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम की कमान थी. कई अफ्रीकी देशों ने वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स में दावेदारी पेश की थी. उस क्वालीफायर्स टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे ने 6 में से 4 मैच जीते और अंक तालिका में टीम तीसरे स्थान पर रही. नियमानुसार टॉप 2 टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने वाली थीं. नमीबिया और यूगांडा अंक तालिका में पहले 2 स्थानों पर विराजमान रहते वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहीं. इसी टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे को यूगांडा के खिलाफ चौंकाने वाली हार झेलनी पड़ी थी.


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