अपने करियर के पहले टेस्ट में ही अपनी अलग पहचान बना चुके हनुमा विहारी अपने शानदार प्रदर्शन का श्रेय दिग्गज राहुल द्रविड़ और विराट कोहली को दिया.

ओवल में खेले जा रहे अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन हनुमा विहारी ने अपनी डेब्यू पारी में शानदार 56 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिती में पहुंचाने में अहम योगदान दिया. जबकि खुद हनुमा ने अपने इस प्रदर्शन का पूरा श्रेय अपने इंडिया ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ और विराट कोहली को दिया.

भारत के 292वें खिलाड़ी के रूप में अपना डेब्यू करने वाले हनुमा ने बताया कि वो बल्लेबाज़ी के लिए जब उतरे तो वो दबाव में थे क्योंकि उस बादल थे और उनके सामने ब्रॉड और एंडरसन जैसे दिग्गज गेंदबाज़ गेंदबाज़ी कर रहे थे.

इस प्रदर्शन का श्रेय द्रविड़ को देते हुए हनुमा ने कहा, "मैंने अपने पदार्पण से एक दिन पहले उनसे बात की थी. उन्होंने मुझे प्रेरित किया जिसके कारण मेरी घबराहट कम हो पाई."

हनुमा ने कहा, "उन्होंने (द्रविड़) ने मुझे कहा कि मेरे अंदर कौशल है, मैं मानसिक रूप से तैयार हूं और मुझे बस अपने खेल का आनंद लेना चाहिए. इंडिया-ए में मेरे सफर के लिए मैं उन्हें श्रेय देना चाहता हूं. इस सफर के कारण ही मैं यहां पदार्पण कर पाया. जिस प्रकार से उन्होंने मुझे प्रेरित किया है, उसी कारण मैं एक बेहतर खिलाड़ी बन पाया हूं."

लेकिन इसके बाद विराट की मौजूदगी से उन्हें बहुत फायदा मिला और उन्हें कप्तान कोहली के साथ मिलकर स्ट्राइक रोटेट की और अपनी पारी को आगे बढ़ाया.

हनुमा ने विराट की तारीफ करते हुए कहा, ''मैं फैसले लेने में बहुत अच्छा नहीं हूं. लेकिन जब पिच के दूसरे छोर पर विराट खड़े थे तो उन्होंने मेरा काम आसान कर दिया. उनकी बातों से मुझे मदद मिली. उन्होंने इस पूरी सीरीज़ में शानदार बल्लेबाज़ी की है और उनके आत्मविश्वास ने मुझे भी दूसरे छोर पर ताकत दी. मैदान पर मेरी मदद के लिए मैं उन्हें क्रेडिट देना चाहूंगा.''