भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले दो दशकों में मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया है. इस दौरान टीम को कई दिग्गज खिलाड़ी मिले तो कई बेहतरीन कोच भी मिले, लेकिन एक नाम है जिसे भारतीय क्रिकेटरों के साथ ही भारतीय फैन भी बेहद नापसंद करते हैं, वो है ग्रेग चैपल. चैपल करीब 2 साल तक भारतीय टीम के कोच थे और उस दौरान भारतीय क्रिकेट में बेहद उथल-पुथल रही. उस दौर में टीम का हिस्सा रहे स्पिनर हरभजन सिंह ने उस दौर को भारतीय क्रिकेट के सबसे खराब दिन बताया है.


हरभजन ने बुधवार को एक ट्विटर पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बात कही. दरअसल, चैपल ने हाल ही में एक लाइव चैट के दौरान कहा कि धोनी को एक बेहतर फिनिशर बनाने में उनका बड़ा हाथ था. चैपल ने कहा कि उन्होंने धोनी को हवा में शॉट खेलने के बजाए मैदानी शॉट्स खेलने की चुनौती दी और कहा कि उन्हें मैच फिनिशर बनना होगा.


इस पर हरभजन ने ट्वीट कर कहा, “उन्होंने धोनी को मैदानी शॉट खेलने के लिए कहा क्योंकि कोच खुद सबको (खिलाड़ियों को) मैदान से बाहर फेंक रहे थे. वो एक अलग खेल खेल रहे थे.”


इसके साथ ही हरभजन ने हैशटैग में लिखा – ‘ग्रेग के तहत भारतीय क्रिकेट के सबसे खराब दिन.’



2 साल हुए थे खूब बवाल


ग्रेग चैपल 2005 से 2007 वर्ल्ड कप तक भारतीय टीम के कोच रहे थे. वो जॉन राइट के बाद भारत के दूसरे विदेशी कोच थे. उस दौरान कप्तान रहे सौरव गांगुली को कप्तानी से हटाने के साथ ही टीम से निकालने पर सबसे ज्यादा बवाल हुआ था. इसके साथ ही खिलाड़ियों के बीच असुरक्षा की भावना भी बढ़ी थी.


ग्रेग की कोचिंग में भारतीय टीम वेस्टइंडीज में हुए वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने गई थी, जहां टीम को पहले ही दौर में शर्मनाक तरीके से बाहर होना पड़ा था. इसके बाद इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज का कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाया गया था.


हरभजन सिंह से पहले भी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग समेत उस दौर के कई क्रिकेटर चैपल की आलोचना कर चुके हैं. सभी ने उस दौर को भारतीय क्रिकेट का खराब दौर बताया.


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