मुंबई: भारतीय टीम के पूर्व मैनेजर लालचंद राजपूत का मानना है कि भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव के संन्यास लेने के बाद हार्दिक पंड्या के रूप में टीम को ‘आदर्श ऑलराउंडर’ मिला है.
राजपूत ने कहा, ‘‘ पंड्या असाधारण क्रिकेटर है. मैंने उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के दिनों से देखा है. वह मेरे साथ क्षेत्रीय शिविर (जेडसीए) में भी थे. उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं. कपिल के बाद वह टीम को मिले आदर्श ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं.’’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में भारत को जीतने में पंड्या ने गेंद और बल्ले दोनों से अहम योगदान दिया था.
उन्होंने कहा, ‘‘ पंड्या की बल्लेबाजी अच्छी है, वह सभी प्रारूपों में खेल सकते हैं. पहले लोगों को लगता था कि वह सिर्फ टी-20 और वनडे में ही खेल सकते हैं लेकिन वह टेस्ट मैचों में भी अपने दम पर खेल का पलट सकते हैं. उन्होंने चेन्नई वनडे मैंच को ऑस्ट्रेलिया से छीन लिया.’’
विश्व टी20 चैंपियनशिप 2007 की चैंपियन भारतीय टीम के मैनेजर राजपूत ने कहा, ‘‘ पंड्या गेंद को सीमा रेखा से पार भेज सकते हैं. अच्छे बल्लेबाज की यह पहचान है. उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है और वह कमाल के क्षेत्ररक्षक भी हैं. उनमें अगला कपिल देव बनने के गुण है. लेकिन फिर भी उन्हें कपिल के स्तर का होने के लिये खुद को बार-बार साबित करना होगा. वह ऐसे हरफनमौला है जिसकी लंबे समय से टीम को जरूरत थी.’’
राजपूत ने क्षेत्रीय शिविर में पंड्या के साथ अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह गेंद को मारना पसंद करते हैं और इस कड़ी में वह आउट भी होते थे लेकिन अब वह परिपक्व हो गये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उसे हमेशा कहता था कि सही शॉट का चुनाव उन्हें अच्छा बल्लेबाज बनायेगा. वह जितना ज्यादा खेलेंगे उतना ज्याद परिपक्व और निचले क्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज बनेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘ ऑस्ट्रेलिया को हराना मुश्किल होता है लेकिन भारतीय टीम लय में है. हमारी टीम उच्च श्रेणी की क्रिकेट खेल रही है और अब हमें हराना मुश्किल है.’’ सुरक्षा कारणों से बतौर कोच अफगानिस्तान टीम का साथ छोड़ने वाले राजपूत रणजी सीरीज शुरु होने से पहले असम टीम के कोच बने हैं.