नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और केएल राहुल को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर गयी टिप्पणियों के लिये शुक्रवार को जांच होने तक निलंबित कर दिया गया. आलोचकों के निशाने पर चल रहे इन दोनों खिलाड़ियों ने टीवी कार्यक्रम के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी. जांच लंबित होने तक निलंबित होने के कारण ये दोनों शनिवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं खेल पाएंगे.


प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा, ‘‘पंड्या और राहुल दोनों को जांच लंबित होने तक निलंबित कर दिया गया है.’’ इन दोनों क्रिकेटरों की ‘कॉफी विद करण’ कार्यक्रम में की गयी टिप्पिणयों के कारण बवाल मच गया था. पंड्या ने कार्यक्रम के दौरान कई महिलाओं के साथ संबंध होने का दावा किया और यह भी बताया कि वह इस मामले में अपने परिजनों के साथ भी खुलकर बात करता है. राहुल अपने संबंधों के बारे में जवाब देने में हालांकि अधिक संयमित दिखे.


बीसीसीआई सूत्रों ने कहा कि इन दोनों को औपचारिक जांच शुरू होने से पहले नये सिरे से कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जांच बीसीसीआई की अंतरिम समिति करेगी या लोकपाल, इसका फैसला अभी नहीं किया गया है.’’


पंड्या रविवार को कार्यक्रम के प्रसारण के बाद दो बार अपनी टिप्पणियों पर खेद व्यक्त कर चुके हैं. पहले उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर और फिर बुधवार को बीसीसीआई के कारण बताओ के जवाब में माफी मांगी थी. दूसरी तरफ राहुल ने अभी तक इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अधिकारी ने कहा, ‘‘भारतीय टीम प्रबंधन यह फैसला करेगा कि वह इन दोनों को टीम में बनाये रखना चाहता है या उन्हें स्वदेश भेजना चाहता है। कुछ का मानना है कि उन्हें टीम के साथ रखना चाहिए क्योंकि स्वदेश में उनके खिलाफ लोगों का रवैया कड़ा हो सकता है जबकि बीसीसीआई के अधिकतर अधिकारी इसके खिलाफ हैं. ’’


यह फैसला तब आया जबकि सीओए में राय की साथी डायना इडुल्जी ने इन दोनों पर ‘आगे की कार्रवाई तक निलंबन’ की सिफारिश की थी क्योंकि बीसीसीआई की विधि टीम ने महिलाओं पर इनकी विवादास्पद टिप्पणी को आचार संहिता का उल्लंघन घोषित करने से इनकार कर दिया है.


इडुल्जी ने शुरुआत में इन दोनों को दो मैचों के लिए निलंबित करने का सुझाव दिया था लेकिन बाद में इस मामले को विधि विभाग के पास भेज दिया जबकि राय उनसे सहमत हो गए थे और निलंबन की सिफारिश कर दी थी. कानूनी टीम से राय लेने के बाद इडुल्जी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘यह जरूरी है कि दुर्व्यवहार पर कार्रवाई का फैसला लिए जाने तक दोनों खिलाड़ियों को निलंबित रखा जाए जैसा कि (बीसीसीआई) सीईओ (राहुल जौहरी) के मामले में किया गया था जब यौन उत्पीड़न के मामले में उन्हें छुट्टी पर भेजा गया था.’’


कार्यक्रम में की गयी इन दोनों की टिप्पणियों की कोहली ने भी निंदा की. उन्होंने इसे अनुचित बताया लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस आलराउंडर पर प्रतिबंध लगने की संभावना से चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए यह अच्छा है कि हमारे पास (रविंद्र) जडेजा की तरह का खिलाड़ी मौजूद है जो ऐसी स्थिति में हरफनमौला की भूमिका निभा सकता है.’’


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ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला में ऐतिहासिक जीत के कुछ दिन बाद कोहली ने कहा उनकी टीम इस तरह के ‘व्यक्तिगत नजरिये’ का समर्थन नहीं करती है. पंड्या और राहुल की टिप्पणियों की सोशल मीडिया में कड़ी आलोचना हुई है.


अगर इन दोनों को ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश बुलाया जाता है तो उनकी जगह ऋषभ पंत और मनीष पांडे को टीम में शामिल किया जा सकता है. पंड्या की अंतिम एकादश में जगह पक्की थी लेकिन खराब फार्म में चल रहे राहुल शनिवार के मैच के लिये टीम में जगह बनाने के दावेदार नहीं थे. कयास लगाये जा रहे हैं कि बीसीसीआई इस विवाद के बाद खिलाड़ियों को मनोरंजन से जुड़़े कार्यक्रमों में भाग लेने से रोक सकता है.