Haris Rauf's Story: हारिस रऊफ मौजूदा वक़्त में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य तेज़ गेंदबाज़ों में शुमार हैं. लेकिन उनके सामने एक वक़्त ऐसा भी था, जब वो अपनी फीस भरन के लिए टेप बॉल क्रिकेट खेलते थे और छुट्टी वाले दिन स्नैक्स बेचा करते थे. दुनिया भर में अपनी तेज़ तर्रार गेंदबाज़ी से पहचान बना चुके हारिस रऊफ ने बताया कि उनके पिता की इतनी आमदनी नहीं थी कि वो उनकी स्कूल फीस भर सकें.
हारिस खुद को और अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए टेप बॉल क्रिकेट खेला करते थे, जिसके ज़रिए वो अपनी फीस भरते थे. पाकिस्तानी गेंदबाज़ ने ये भी बताया कि उनकी मां का एक सपना था कि उनका खुद का एक घर हो. मौजूदा वक़्त में हारिस दुनियाभर में अपनी पहचान बना चुके हैं. वे उन चुनिंदा गेंदबाज़ों में शुमार हैं, जो लगातार करीब 150 किमी प्रति घंट की रफ्तार गेंदबाज़ी कराते हैं.
हारिस ने वनडे वर्ल्ड की वेबसाइट को इंटरव्यू देते हुए इन सारी बातों का खुलासा किया. उन्होंने बात करते हुए बताया, "मैं अपनी पढ़ाई के लिए पैसा जुटाने के लिए टेप बॉल क्रिकेट खेला करता था, मेरे पिता की आमदनी इतनी नहीं थी कि वो मेरी स्कूल फीस भर सकें, और पैसे कमाने के लिए मैं संडे को स्नैक्स बेचा करता था. मेरी मां का एक सपना था कि हमारा एक खुद का घर हो."
पाकिस्तान के लिए तीनों फॉर्मेट खेलते हैं हारिस
बता दें कि हारिस पाकिस्तान के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं. अब तक वे 1 टेस्ट, 30 वनडे और 62 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेल चुके हैं. टेस्ट में उन्होंने 1 विकेट लिया है. इसके अलावा वनडे में उन्होंने 24.06 की औसत से 58 विकेट अपने नाम कर लिए हैं. वहीं टी20 इंटरनेशनल में हारिस 21.71 की औसत से 83 विकेट झटक चुके हैं. बता दें हारिस ने जनवरी, 2020 में बांग्लादेश के खिलाफ टी20 मुकाबले के ज़रिए अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था.
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