NZ vs ENG 2nd Test: रिकॉर्ड तोड़ पारी खेलने के बाद हैरी ब्रूक ने दी प्रतिक्रिया, बताया किस माइंडसेट के साथ की बैटिंग
NZ vs ENG: एक ही दिन में नाबाद 184 रन बनाने वाले हैरी ब्रूक ने बताया की उनके दिमाग में बल्लेबाजी करते वक्त क्या चल रहा था. उन्होंने जो रूट के साथ 294 रनों की नाबाद साझेदारी की है.
Harry Brook Century: हैरी ब्रूक, नाम तो सुन ही लिया होगा अब. इंग्लैंड के इस बल्लेबाज ने पूरी दुनिया में सनसनी मचा दी है. टेस्ट क्रिकेट में शानदार शुरुआत करने वाले इंग्लैंड के इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने 24 फरवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली, जिसने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटौर ली हैं. उन्होंने मैच के पहले दिन ही 169 गेंदों में 108.88 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 184 रन बना दिए, जिसमें 24 चौके और 5 छक्के शामिल हैं. इस पारी के बाद हैरी ब्रूक ने कहा कि उनका दिमाग ने उनके पिता का सर्वश्रेष्ठ 210 रनों का स्कोर चल रहा था, जो उन्होंने क्लब क्रिकेट में बनाया था.
हैरी ब्रूक ने खेली जबरदस्त पारी
वेलिंगटन में खेले गए इस मैच के पहले दिन सिर्फ 65 ओवरों का ही खेल हुआ है, लेकिन इंग्लैंड ने 3 विकेट के नुकसान पर लगभग 5 रन प्रति ओवर के हिसाब से 315 रन बना दिए. इस पारी में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उनके पहले तीनों विकेट सिर्फ 21 रनों पर गिर चुके थे. उसके बाद जो रूट के नाबाद 101 रनों की पारी खेलकर ब्रूक के साथ 294 रनों की अजीवित साझेदारी की, जिसकी बदौलत टीम एक मजबूत पोजिशन पर पहुंच गई.
मैच के पहले दिन सबसे बड़ी हीरो हैरी ब्रूक बने, जो टेस्ट मैच के पहले दिन ही अपने करियर का पहला दोहरा शतक लगाने से सिर्फ 16 दूर रह गए. उन्होंने अपनी इस पारी के बाद कहा कि, उनके लिए यह अभी तक की सबसे अच्छी टेस्ट पारी है. आपको बता दें कि हैरी ब्रूक अपने छोटे से करियर में कई बार अच्छी पारी खेल चुके हैं. उन्होंने पाकिस्तान दौरे पर भी शतक लगाए थे, लेकिन उनका मानना है कि पाकिस्तान के शतक से ज्यादा अच्छा उन्हें न्यूजीलैंड में लगाया गया शतक लगा.
यह मेरे करियर की बेस्ट पारी है: हैरी ब्रूक
उन्होंने कहा कि, "हां, निश्चित चौर यह मेरी अब तक की सबसे अच्छी पारी है. गेम की पोजिशन की वजह से मैं ऐसा कह रहा हूं. हमारे 3 विकेट काफी जल्दी गिर गए थे, हम अच्छी स्थिति में नहीं थे, लेकिन मैं अंदर आया और पॉजिटिव तौर पर काउंटर अटैक करने की कोशिश की और शुक्र है कि मैं ऐसा कर पाया. पाकिस्तान में लगाई गई सेंचुरी भी शानदार थी. उसमें भी काफी मजा आया था, लेकिन वहां काफी फ्लैट पिचें थी, आज फ्लैट पिच नहीं थी. यह क्रिकेट के लिए एक अच्छी विकेट थी, लेकिन फ्लैट पिच नहीं थी, जिसपर आप आसानी से रन बना सकते हो."
उसके बाद ब्रूक से पूछा गया कि जिस मैदान पर उन्होंने यह पारी खेली है, उसी मैदान पर उनके कोच ब्रैंडन मैकुल्लम ने भी अपने करियर की बेस्ट पारी खेली थी, तो क्या वह उसके बारे में सोच रहे थे. ब्रूक ने कहा कि, "नहीं, मैं उतने दूर की बात नहीं सोच रहा था, मैं सिर्फ अपने पिता के 210 रन वाले बेस्ट स्कोर के बारे में सोच रहा था."