भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और उनके सहयोगी स्टाफ को विश्व कप खत्म होने के बाद कॉन्ट्रैक्ट में 45 दिन का विस्तार मिलेगा. शास्त्री और अन्य स्टाफ का कॉन्ट्रैक्ट विश्व कप के बाद खत्म हो रहा है लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इन सभी के करार को बढ़ाने का फैसला लिया है. सीओए का यह फैसला बीसीसीआई की वेबसाइट पर डाला गया है.


शास्त्री की टीम में सहायक कोच संजय बांगर, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर. श्रीधर हैं.


वेबसाइट पर डाले गए मिनिट्स में लिखा गया है, "कुछ चर्चा के बाद सीओए ने फैसला लिया है कि सहयोगी स्टाफ के कार्यकाल में 45 दिनों का विस्तार किया जाएगा जो एडहॉक बेसिस पर होगा. विश्व कप के बाद सपोर्ट स्टाफ के लिए इंटरव्यू लिए जाएंगे."


मिनिट्स में कहा गया है, "मुख्य कोच को नियुक्त करने के लिए क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) से बात करना जरूरी है, इसलिए बीसीसीआई मैनेजमेंट सीएसी के सदस्यों से बात करेगा और पूछेगा कि उन्होंने जो काम किया है उसके बाद उनकी क्या उम्मीदें हैं. इसके बाद सीएसी की रिफरेंस को ध्यान में रखते हुए ड्राफ्ट बनाया जाएगा और सीओए को भेजा जाएगा."


तीन सदस्यीय सीएसी में सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस. लक्ष्मण शामिल हैं. इन तीनों ने बीसीसीआई के लोकपाल डी.के. जैन को साफ कह दिया था कि उन्हें यह तक नहीं पता कि इनकी क्या जिम्मेदारियां हैं. इन तीनों ने यह बात तब कही थी जब इन तीनों के आईपीएल टीमों के साथ जु़ड़ने पर हितों के टकराव का मुद्दा उठा था.


बीसीसीआई संविधान के मुताबिक मुख्य कोच का चयन सीएसी की जिम्मेदारी है. ऐसे में सीओए को हितों के टकराव के इस मुद्दे को निपटाना होगा.