BY: शिवेन्द्र कुमार सिंह, वरिष्ठ खेल पत्रकार


नई दिल्ली: आज के दिन रांची में कुछ लोग भावुक होंगे. आज रांची के मैदान में उस खिलाड़ी का आखिरी मैच हो सकता है जिसने इस शहर को क्रिकेट की दुनिया में अलग ही पहचान दिलाई. रांची की गलियों-सड़कों और मैदानों में घूमने वाला एक आम खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे बड़े स्पोर्ट्स आइकॉन में शामिल हुआ. जिस खिलाड़ी ने इस शहर को टी-20 विश्व कप की जीत का जश्न मनाने का मौका दिया. वनडे क्रिकेट में चैंपियन बनने का जश्न मनवाया. जाहिर है वो खिलाड़ी है महेंद्र सिंह धोनी. 



भारत के सबसे कामयाब कप्तानों में से एक. भारत के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक. दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर्स में से एक. इस एक खिलाड़ी की बदौलत भारत ने जाने कितने मैचों में एतिहासिक जीत दर्ज की. ये धोनी का करिश्मा ही था कि आईपीएल से लेकर टेस्ट क्रिकेट तक उन्होंने हर मोर्चे पर कामयाबी का स्वाद चखा और अपने रांची वालों को जश्न मनाने का मौका दिया. 



आज उसी धोनी का अपने घरेलू मैदान में आखिरी मैच हो सकता है. धोनी निश्चित तौर पर टीम इंडिया का हिस्सा तो रहेंगे लेकिन रांची में अब शायद ही टीम इंडिया को कोई मैच खेलने का मौका मिले. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिहाज से रांची अभी बिल्कुल नया मैदान है. 2013 में ही यहां अंतर्राष्ट्रीय वनडे क्रिकेट की शुरूआत हुई थी. तब से लेकर अब तक इस मैदान में गिनती के मैच खेले गए हैं. इसमें 4 वनडे, 1 टी-20 और 1 टेस्ट मैच शामिल है.   



रांची में नहीं है अब कोई मैच



दरअसल, टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के तुरंत बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेलनी है. इस सीरीज में टीम इंडिया 3 वनडे और 3 टी-20 मैच खेलेगी. इसमें से कोई भी मैच रांची में नहीं है. न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई, पुणे, दिल्ली और राजकोट जैसे शहरों में मैच खेले जाने हैं. इसके बाद भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ सीरीज खेलेगी. श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में टीम इंडिया को 3 टेस्ट, 3 वनडे और 3 टी-20 मैच खेलने हैं. इसमें से कोई भी मैच रांची में नहीं खेला जाना है. वनडे और टी-20 मैच धर्मशाला, चंडीगढ़, विशाखापत्तनम और टी-20 कटक, इंदौर और मुंबई में खेला जाएगा. 



इसके तुरंत बाद भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर रवाना हो जाएगी. जहां उसे 3 टेस्ट मैच, 6 वनडे और 3 टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है. इसके बाद आईसीसी के मौजूदा कैलेंडर के हिसाब से साल 2018 में भारतीय टीम ज्यादातर सीरीज विदेश में खेलेगी. इसके बाद अगले साल यानी 2019 में विश्व कप का मौका आ जाएगा. जो इंग्लैंड एंड वेल्स में मई 2019 में खेला जाना है. ऐसे में अब से लेकर विश्व कप तक किसी और वनडे या टी-20 मैच के रांची में खेले जाने की सूरत फिलहाल नहीं दिखाई देती है. 





क्या बीसीसीआई करेगा कोई बड़ा फैसला



अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में धोनी के कद को लेकर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए. इस बात में भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों के शिखर पर पहुंचाया है. धोनी का लक्ष्य 2019 विश्व कप खेलना है. उसके बाद वो शायद ही क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे. बात दूर की है लेकिन चर्चा चली है तो एक संभावना पर विचार किया जाना चाहिए. क्या बीसीसीआई धोनी को उस तरह की विदाई देने की सोच सकती है जैसा उन्होंने सचिन तेंडुलकर के लिए किया था. 



आपको याद होगा कि सचिन तेंडुलकर ने अपने करियर का आखिरी मैच अपने घरेलू मैदान में खेला था. जो उनके करियर का 200वां टेस्ट मैच भी था. जिसके लिए बीसीसीआई ने खास इंतजाम किए थे. यहां तक कि वेस्टइंडीज के खिलाफ उस सीरीज का आयोजन ही इसी बात को ध्यान में रखकर किया गया था. ऐसे में ये संभव है कि बीसीसीआई धोनी के कद और उनकी साख को देखते हुए रांची में खास तौर पर उनके लिए किसी मैच का आयोजन करवा दे, वरना आज धोनी अपने मैदान में शायद आखिरी बार उतर रहे होंगे.