जिस मैच में सीरीज की जीत हार दांव पर लगी हो. जिस मैच में बदकिस्मती से टॉस विरोधी टीम ने जीता हो. जिस मैच में ओस अच्छे अच्छे गेंदबाजों को तकलीफ दे रही हो. उन्हें गेंदबाजी करने में दिक्कत हो रही हो. ऐसे मैच में अगर 27 साल का एक गेंदबाज 7 रन देकर 6 विकेट ले ले तो उसका रातोंरात स्टार बनना लाजमी है. इन 6 विकेटों में हैट्रिक भी शामिल है. दीपक चाहर भारत की टी-20 टीम के नए सितारे हैं. बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी-20 में उन्होंने ऐसा कहर बरपाया कि बांग्लादेश की टीम को सीरीज में 30 रनों की बड़ी हार का सामना करना पड़ा. ये वही बांग्लादेश की टीम है जिसने पहले टी-20 में जीत दर्ज करने के बाद सीरीज पर कब्जा करने का सपना पाल रखा था. नागपुर में उसके सीरीज जीतने के अरमानों पर पानी फिर गया. इस करिश्माई प्रदर्शन के साथ साथ दीपक चाहर टी-20 में सबसे किफायती गेंदबाज बन गए. पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन के दम चाहर मैन ऑफ द मैच के साथ मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए. आपको बता दें कि भारत के लिए मैच की शुरूआत अच्छी नहीं रही थी. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए थे. शिखर धवन ने भी कोई बड़ी पारी नहीं खेली. ऐसे में श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के अर्धशतक टीम के काम आए. निचले क्रम में मनीष पांडे ने भी तेजी से 22 रन जोड़कर स्कोरबोर्ड को 174 रनों तक पहुंचा दिया. लेकिन मैदान में बढ़ती ओस के बीच 174 रनों का लक्ष्य इतना मुश्किल भी नहीं था.
ओस बिगाड़ सकती थी खेल
टीम इंडिया के सबसे अनुभवी गेंदबाज युजवेंद्र चहल को गेंदबाजी में दिक्कत आ रही थी. गेंद ओस से भीग चुकी थी. गेंद को ‘ग्रिप’ करना मुश्किल हो रहा था. यही हालत टीम के दूसरे स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की भी थी. इन दोनों गेंदबाजों के आंकडे इस बात को आसानी से समझा देंगे. चहल ने 4 ओवर में 43 रन दिए और वाशिंगटन सुंदर ने 4 ओवर में 34 रन दिए. ऐसे में दीपक चाहर ने मोर्चा संभाला. उन्होंने सीम और एंगल में वेरिएशन के साथ बांग्लादेश के बल्लेबाजों को परेशान करना शुरू किया. रोहित शर्मा ने सबसे पहले चाहर को मैच के तीसरे ओवर में पहली बार गेंद थमाई. चाहर तब तक स्थितियों को भांप चुके थे. उन्होंने ओवर की चौथी गेंद पर लिटन दास को और पांचवी गेंद पर मोहम्मद नईम को आउट किया. इन दोनों विकेट में उनकी लेंथ की वेरिएशन देखने लायक थी. यहां भी दीपक चाहर के पास हैट्रिक का मौका था. लेकिन ये मौका उनके हाथ से निकल गया. हालांकि बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर के दो बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर उन्होंने मेहमान टीम को बैकफुट पर ला दिया. मोहम्मद नईम जब तक क्रीज पर थे तब तक बांग्लादेश का संघर्ष जारी था.
चाहर को फिर मिला हैट्रिक का मौका
मैच के 18वें ओवर में रोहित शर्मा ने दीपक चाहर को फिर से गेंद दी. ये चाहर के स्पेल का तीसरा ओवर था. इस ओवर की आखिरी गेंद पर चाहर ने सैफीउल इस्लाम को पवेलियन भेजा. आखिरी ओवर भी चाहर के जिम्मे आया. इस ओवर की पहली और दूसरी ही गेंद पर चाहर ने मुस्तफिजुर रहमान और अमीनुल इस्लाम को आउट कर हैट्रिक पूरी कर ली. इस उपलब्धि को पाने वाले दीपक चाहर पहले भारतीय पुरुष गेंदबाज बन गए. चाहर ने सीरीज के 3 मैचों में 7 की औसत 8 विकेट लिए. चाहर ने पिछले साल जुलाई में टी-20 डेब्यू किया था. तब से लेकर अब तक वो सात टी-20 मैच खेल चुके हैं. इन 7 मैचों में उनके नाम 14 विकेट हैं. दुनिया भर की टीमें इस समय अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारियों में लगी हैं. टीम इंडिया के नियमित कप्तान विराट कोहली गेंदबाजों के वर्कलोड को लेकर अक्सर बात करते रहे हैं. इस सीरीज में टीम के सभी फ्रंटलाइन गेंदबाज टीम का हिस्सा नहीं हैं. या तो खिलाड़ी अनफिट हैं या फिर आराम कर रहे हैं. ऐसे में दीपक चाहर का ये करिश्माई प्रदर्शन टीम इंडिया की गेंदबाजी यूनिट की मजबूत होती जा रही ‘बेंचस्ट्रेंथ’ का सबूत है.