IND vs SL: श्रीलंका के खिलाफ तीसरे T20I की जीत ने टीम इंडिया को सिखाया ज़रूरी 'सबक', कप्तान सूर्यकुमार ने खोला राज
Suryakumar Yadav: भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बताया कि कैसे श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 की जीत एक सबक बनी. कैसे इस तरह के मैच ज़िंदगी में बैलेंस बनाते हैं.
Suryakumar Yadav Statement: भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज़ खेली गई. टीम इंडिया ने तीनों ही मैच जीतकर श्रीलंका को क्लीन स्वीप कर दिया. सीरीज़ का तीसरा और आखिरी टी20 सुपर ओवर तक गया, जिसमें टीम इंडिया ने आसानी से जीत दर्ज की. इस जीत के बाद सूर्यकुमार यादव ने बताया कि कैसे इस मुकाबले ने सबको एक 'सबक' दिया है. सूर्या ने बताया कि कैसे इस तरह के मैच ज़िंदगी में 'बैलेंस' बनाते हैं.
मैच के बाद बात करते हुए भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा, "आखिरी ओवर से ज़्यादा, मुझे लगता है कि है कि जब हम 30/4 और 48/5 के आसपास थे, तब लड़कों ने बीच में कैसे चरित्र दिखाया और खेल को उनसे दूर ले गए... मुझे लगता है कि इस ट्रैक पर 140 जीतने लायक स्कोर था. जब हम फील्डिंग सेशन के लिए अदंर जा रहे थे, तब मैंने कहा था कि 'मैंने इस तरह के मैच देखे हैं और अगर हम एक-डेढ़ घंटे के लिए इसमें दिल लगा दें तो हम इसे खींच सकते हैं.' अगर आप 200-220 हिट करने और मैच जीतने का मज़ा ले रहे हैं, तो आपको 30/4 और 70/5 का भी मज़ा लेना चाहिए क्योंकि यह आपकी ज़िंदगी में बैलेंस बनाता है और इसी तरह आप आगे बढ़ते हैं और विनम्र रहते हैं."
सूर्या ने आगे कहा, "वो जितना कौशल, आत्मविश्वास पर लाते हैं, वह मेरे काम को बहुत आसान बना देता है. मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में उनमें जो सकारात्मकता है, वे जो एक-दूसरे की परवाह करते हैं वह अविश्वसनीय है. आखिरी मैच के बाद मैंने कहा कि कुछ लड़के आराम करेंगे और वह पहले थे जिन्होंने मुझसे कहा था कि हम आराम करेंगे और आप दूसरों को मौका दे सकते हैं. यह टीम का चरित्र दिखाता है और कैसे वह दूसरों के परफॉर्मेंस के लिए खुश हैं. उन्होंने मेरा काम आसान कर दिया. जब मैं बैटिंग के लिए जाता हूं तो थोड़ा दवाब होता है, मैं सिर्फ खुद को अभिव्यक्त करने का आनंद लेता हूं. जैसे कि मैंने सीरीज़ से पहले कहा था कि मैं कप्तान नहीं, मैं लीडर बनना चाहता हूं."
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