पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच से पहले भारत का ये प्लान था कि उनका टॉप ऑर्डर डटकर खेलेगा तो वहीं अंत में अगर विकेट नहीं गिरे तो फिर टारगेट किया जाएगा. मैनचेस्टर के मैदान पर कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब भारतीय टीम ने 336 के आंकड़े को छू लिया. टीम ने पहले 10 ओवर्स में 53 की औसत से रन बनाए तो वहीं अंत के 23 ओवरों में सिर्फ एक छक्के की मदद से 300 का आंकड़ा पार कर लिया. और ये सब हुआ कैसे. चलिए जानते हैं.


रोहित का कमाल


रोहित ने जिस तरह से बल्लेबाजी शुरू की उन्हें देखकर लग रहा था कि वो अपने आप को समय दे रहे हैं. इसके बाद वो जैसे ही पिच पर जमे उन्होंने आसानी से रन बनाने शुरू किए और फिर अटैक. रोहित शर्मा के पहले 20 गेंदों का स्ट्राइक रेट 125 था. वो आमिर को ध्यान से खेल रहे थे. जिसका नतीजा ये हुआ कि उन्होंने शानदार 140 रनों की पारी खेली.


मिडल ओवर्स में बल्लेबाजों की तेजी


कई बार हमने वर्ल्ड कप में देखा है कि टीम अक्सर मिडल ओवर्स में ही कमबैक करती है. लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच पाकिस्तान के गेंदबाजों के खिलाफ थी. कोई भा पाकिस्तान का गेंदबाज रोहित शर्मा और दूसरे बल्लेबाजों को रोक नहीं पाया. शर्मा ने 30वें ओवर में ही अपना 24वां वनडे शतक पूरा कर लिया.


विकेट्स के बीच भागकर रन लेने का तरीका


कल के मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन तो किया ही लेकिन इस बीच उन्होंने बेहतरीन तरीके से विकेट्स के बीच भागकर रन चुराए. जिस तरह से बल्लेबाजों ने एक रन को 2 में बदला और 2 को 3 में वो काबिल ए तारीफ था. इस दौरान कोहली ने कुल 25 टीम के डबल रन में से 12 खुद बनाए. इससे एक तरफ पाकिस्तानी गेंदबाजों पर तो प्रेशर बना ही साथ में फिल्डर्स भी पूरी तरह सुस्त दिखे.


शानदार आगाज के साथ कंट्रोल में की पारी का अंत


40 ओवर में भारत 248/2 था. भारत सोच रहा था कि वो 360 तक लेकर जाएगा लेकिन हार्दिक पांड्या के आउट होते ही रोहित भी आउट हो गए. जिससे ये मुश्किल लगने लगा. इसके बाद एमएस धोनी भी जल्दी आउट हो गए. लेकिन कोहली ने अंत तक खींचा. वहीं अंत में कुल 88 रन बनाकर भारत ने अपनी पारी को अंजाम तक पहुंचाया.