पिछले साल सितंबर का महीना केएल राहुल के लिए अच्छा नहीं था. केएल राहुल को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए टीम से बाहर किया गया. अपने पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक केएल राहुल को टीम से बाहर करने का फैसला कप्तान विराट कोहली के लिए आसान नहीं था. लेकिन उन्होंने दिल पर पत्थर रखकर ये फैसला तब किया जब वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में केएल राहुल एक के बाद एक फ्लॉप हुए. उस सीरीज के दो टेस्ट मैच की चार पारियों में कुल मिलाकर केएल राहुल ने 101 रन बनाए थे. इसमें से उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 44 रनों का था. इसी दौरान शिखर धवन की टीम में वापसी हुई थी तो लिमिटेड ओवर मैचों में भी केएल राहुल टीम से बाहर ही थे. टीम से बाहर होने के बाद केएल राहुल का एक सोशल मीडिया पोस्ट भी काफी चर्चा में आया था. उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी एक तस्वीर डाली जिसका कैप्शन उन्होंने लिखा ‘चिलिंग’. इस तस्वीर के वायरल होते ही केएल राहुल को लोगों ने जबरदस्त ट्रोल किया. सोशल मीडिया में यहां तक लिखा गया कि ठीक से बल्लेबाजी करो वरना चिलिंग ही करते रह जाओगे. इसके बाद केएल राहुल घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए उतरे. उन्होंने अपने खेल में वो गंभीरता और परिपक्वता को शामिल किया जो शायद कुछ हद तक कम होती दिख रही थी. विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने अपनी टीम कर्नाटक के लिए 60 से ज्यादा की औसत से रन बनाए. इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया. नतीजा कुछ महीनों के भीतर ही एक बार फिर उनकी किस्मत ने ‘टर्न’ लिया और टीम में उनकी वापसी हुई. इस बार टीम में वापसी के बाद केएल राहुल एक नए खिलाड़ी लग रहे हैं.
टी-20 सीरीज में चुने गए प्लेयर ऑफ द सीरीज
न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में केएल राहुल की फॉर्म कमाल की थी. इस सीरीज के शुरू होने से पहले सबसे ज्यादा डर इसी बात का था कि टी-20 में कीवियों के टीम इंडिया पर भारी पड़ने की संभावना थी. पिछले दौरे में भी न्यूजीलैंड ने भारत को टी-20 सीरीज में हरा दिया था. न्यूज़ीलैंड की टीम में टी-20 के स्पेशलिस्ट खिलाड़ी थे. ऐसे बल्लेबाज थे जिनकी स्ट्राइक रेट 150 रनों से ज्यादा की है. ऐसे में भारतीय टीम ने पहले मैच में शानदार जीत के साथ सीरीज की शुरुआत की. उस मैच में जीत के हीरो केएल राहुल भी थे. भारतीय टीम ने उस मैच में न्यूज़ीलैंड को 200 रनों के ज्यादा का लक्ष्य हासिल करके जीत हासिल की थी. इसके बाद के मैचों में भी केएल राहुल की फॉर्म शानदार रही. टीम इंडिया ने चाहे पहले बल्लेबाजी की या बाद में केएल राहुल भरोसेमंद बल्लेबाज के तौर पर क्रीज पर मौजूद रहे. टी-20 सीरीज के 5 मैचों में राहुल ने 56 की औसत से 224 रन बनाए, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल है. ध्यान देने वाली बात ये भी है कि इस सीरीज के पहले ही कप्तान विराट कोहली ने उन्हें विकेटकीपिंग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी थी. बहुत लोगों को इस बात की आशंका थी कि केएल राहुल इस दोहरी जिम्मेदारी के बाद थोड़ा कमजोर दिखेंगे. लेकिन उन्होंने इस सोच से उलट अपने प्रदर्शन को ना सिर्फ और बेहतर किया बल्कि खुलकर ये बात कही कि विकेटकीपिंग की वजह से उन्हें बल्लेबाजी में भी अच्छी खासी मदद मिल रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि विकेट के पीछे से वो पिच के मिजाज को और नजदीक से देख रहे हैं और बेहतर भांप रहे हैं.
क्या बड़े बदलाव दिखते हैं केएल राहुल की बल्लेबाजी में
केएल राहुल ने इस सीरीज में सबसे पहले अपने ‘माइंडसेट’ में बदलाव किया है. उनकी बल्लेबाजी को समझने वाले जानते हैं कि वो मैदान के किसी भी हिस्से में शॉट्स खेल सकते हैं. लेकिन इस सीरीज में उन्होंने अपने शॉट्स खेलने के लिए सही गेंदों का इंतजार किया. पांचवे मैच की कॉमेंट्री के दौरान ये बात वीवीएस लक्ष्मण जैसे शानदार तकनीक वाले बल्लेबाज ने कही. केएल राहुल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी वापसी और अपनी काबिलियत को दिखाने के लिए अपनी सोच में बदलाव किया है. यही बदलाव 2020 में उनके लिए शानदार शुरुआत भी बना है.
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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
केएल राहुल ने 2019 की बुरी यादें भुलाकर की 2020 शानदार शुरुआत
ABP News Bureau
Updated at:
02 Feb 2020 05:24 PM (IST)
भारत ने न्यूज़ीलैंड में टी-20 सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया. इस सीरीज में केएल राहुल की बल्लेबाजी खास रही. उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. पढ़िए वरिष्ठ खेल पत्रकार शिवेंद्र कुमार सिंह का ब्लॉग
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