How did Shikhar Dhawan get the name Gabbar: टीम इंडिया के 'गब्बर' यानी शिखर धवन ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. 38 साल के धवन ने इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है. ऐसे में वह अब आईपीएल में भी खेलते नहीं दिखेंगे. धवन लंबे वक्त से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. किसी भी फॉर्मेट में उनकी वापसी की उम्मीद नहीं बची थी. ऐसे में उन्होंने आज संन्यास का एलान कर दिया. क्या आप जानते हैं कि शिखर धवन का नाम गब्बर कैसे पड़ा? यहां हम इस राज से पर्दा उठाएंगे और इसके पीछे की वजह भी बताएंगे. 


शिखर धवन ने संन्यास का एलान करते हुए कहा, "मेरे जीवन में एक ही मंजिल थी, भारत के लिए खेलना. मैं इस मुकाम को हासिल करने में सफल भी हुआ, जिसके लिए मैं कई लोगों का शुक्रगुजार हूं. वो कहते हैं न, कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना जरूरी होता है, बस मैं भी अब ऐसा ही करने जा रहा हूं. मैंने अंतर्राष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट से भी संन्यास लेना का फैसला कर लिया है. मेरे दिल में सुकून है कि मुझे अपने देश के लिए खूब सारे मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैं BCCI और फैंस का भी धन्यवाद करता हूं." 


शिखर धवन को गब्बर क्यों कहा जाता है?


शिखर धवन ने एक इंटरव्यू में खुद खुलासा किया था कि आखिर उन्हें क्यों 'गब्बर' कहा जाता है.  स्पोर्ट्सतक को दिए इंटरव्यू में शिखर धवन ने कहा था, "मैं रणजी ट्रॉफी में खेल रहा था और सिली प्वाइंट पर खड़ा था. जब दूसरी टीम के बीच बड़ी साझेदारी हुई  तो सभी खिलाड़ी निराश हो रहे थे. ऐसे में मैं चिल्लाया, 'बहुत याराना है सुअर के बच्चों' और हर कोई जोर-जोर से हंसने लगा था. हमारे कोच (विजय) ने वहीं से मेरा नाम गब्बर रख दिया. वहां से यह नाम इतना मशहूर हो गया कि दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक अब मुझे गब्बर ही कहते हैं."