केपटाउन: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विवादों से भरे तीसरे टेस्ट मैच को साउथ अफ्रीका ने 322 रनों के विशाल अंतर से जीत लिया. साउथ अफ्रीका के 430 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथे दिन के खेल खत्म होने तक 107 रनों पर ढेर होकर मैच हार गई. इस जीत के साथ मेजबान टीम ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त ले ली है.


इस टेस्ट मैच में मोर्ने मोर्केल ने सबसे अधिक कुल नौ विकेट अपने नाम किए. उन्होंने पहली पारी में चार विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में 5 विकेट चटकाए.


दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ तीन बल्लेबाज, डेविड वार्नर (32), कैमरून बेनक्रॉफ्ट (26) और मिशेल मार्श (16) ही दहाई के आंकड़े को छू पाए. तीन बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए.


बेनक्रॉफ्ट और वार्नर ने पहले विकेट के लिए 57 रन जोड़े. इस साझेदारी को डु प्लेसिस ने बेनक्रॉफ्ट को रन आउट कर तोड़ा. दो रन बाद कागिसो रबादा ने वार्नर को आउट किया. इसी स्कोर पर उस्मान ख्वाजा को केशव महाराज ने अपना शिकार बनाया.


यहां से विकेटों का पतन जारी रहा और ऑस्ट्रेलियाई टीम मैच हार गई.


इस मैच को ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा खड़े किए गए विवादों के कारण याद किया जाएगा. सबसे पहले एक दर्शक द्वारा वार्नर पर टिप्पणी करना और इस विवाद के गहराने ने सुर्खियां बटोरीं तो उसके बाद स्मिथ और बेनक्रॉफ्ट द्वारा गेंद से छेड़खानी के आरोपों को स्वीकार करने से विश्व क्रिकेट में सनसनी फैल गई.


इसी विवाद के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने स्मिथ और उप-कप्तान डेविड वार्नर को इस मैच के बाकी दिनों से कप्तानी से हटा दिया था. वहीं, आईसीसी ने स्मिथ पर एक टेस्ट मैच का बैन और पूरी मैच फीस का जुर्माना और येलो टेप के माध्यम से गेंद से छेड़खानी करने वाले बेनक्रॉफ्ट पर मैच फीस का 75 फीसदी जुर्माना लगा दिया.


इससे पहले, मेजबान टीम ने दिन की शुरुआत पांच विकेट के नुकसान पर 238 रनों के साथ की थी. साउथ अफ्रीका ने दिन का पहला विकेट एबी डिविलियर्स डिविलियर्स (65) के रूप में खोया.


उनके जाने के बाद क्विंटन डी कॉक (65) और वार्नोन फिलेंडर (नाबाद 52) ने टीम को को 373 के स्कोर तक पहुंचने में मदद की. डी कॉक ने 97 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का मारा. फिलेंडर ने 79 गेंदों की पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया.


इन दोनों के अलावा एडिन मार्कराम ने 145 गेंदों में 10 चौके और दो छक्कों की मदद से 84 रनों की पारी खेली. साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में डीन एल्गर के नाबाद 141 रनों के दम पर 311 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में सिर्फ 255 रन ही बना सकी थी.