भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली अपनी छवि को लेकर लोगों के बीच बनी राय से अधिक परेशान नहीं हैं. कोहली का मानना है कि लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं क्यों सोचते हैं उससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता है.
कोहली से जब लोगों के बीच बनी उनकी छवि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्या करता हूं या मैं क्या सोचता हूं, मैं बैनर लेकर पूरी दुनिया को यह नहीं बताने वाला कि मैं ऐसा हूं और आपको मुझे पसंद करने की जरूरत है. इस तरह की चीजें बाहर होती हैं.’’
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले कहा, ‘‘इन पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है. यह व्यक्तिगत पसंद है कि आप किसी चीज पर ध्यान लगाना चाहते हो. मेरा ध्यान टेस्ट मैच पर है, टेस्ट मैच जीतने और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर.’’
भारतीय कप्तान ने कहा कि लोग उनके बारे में क्या लिख रहे हैं इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि वह उनके नजरिये का सम्मान करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसी किसी भी खबर या लोगों ने क्या कहा इसकी कोई जानकारी नहीं है क्योंकि मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. ऐसा मैंने नहीं लिखा है. सभी लोगों को अपना नजरिया रखने का अधिकार है और मैं इसका पूरा सम्मान करता हूं. मैं सिर्फ अच्छे क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहता हूं और अपनी टीम को जिताने का प्रयास करता हूं.’’
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के एक वर्ग के उन्हें सीरीज के ‘खलनायक’ के रूप में पेश किया और यहां तक कि प्रशंसकों का रुख भी कुछ ऐसा ही रहा लेकिन भारतीय कोच रवि शास्त्री ने उन्हें जेंटलमैन करार दिया. इस बारे में पूछने पर कोहली ने कहा कि वह जो करते हैं उसे लेकर उन्हें किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (शास्त्री) मेरे साथ पर्याप्त समय बिताया है कि जान सकें कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं. जो लोग मुझे जानते हैं, आप उनसे पूछ सकते हैं. मैं स्वयं इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता.’’
कोहली दूसरे टेस्ट के दौरान अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष टिम पेन के साथ मैदान पर बहस कर बैठे लेकिन भारतीय कप्तान ने कहा कि उनका ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह अतीत की बात है. यह टेस्ट क्रिकेट है, शीर्ष स्तर पर, जब दो कड़ी टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलती हैं तो मैदान पर कुछ चीजें होती हैं. मुझे लगता है कि उसे वहीं छोड़ दिया जाए और अगले टेस्ट पर ध्यान लगाया जाए.’’
कोहली ने कहा, ‘‘हम बात करने के लिए कोई चीज नहीं ढूंढ रहे थे. जब तक सीमा नहीं लांघी जाती तब तक कोई दिक्कत नहीं है. मुझे यकीन है कि टिम और मैं दोनों समझते हैं कि क्या हुआ और कुछ गैरजरूरी चीज नहीं करना चाहते. हम अपनी टीमों का अच्छी तरह नेतृत्व करना चाहते हैं और अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते हैं जो लोग देखना चाहते हैं.’’