Ricky Ponting on Suryakumar Yadav: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और अपने दौरे के दिग्गज बल्लेबाज रिकी पॉन्टिंग ने भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की तारीफ करते हुए कहा है कि वह किसी भी खिलाड़ी की तुलना में बेहतर कर रहे हैं. 


टी20 में दुनिया के नंबर वन के बल्लेबाज सूर्यकुमार हाल ही में आईसीसी टी20 क्रिकेटर आफ द ईयर 2022 के विजेता बने थे. उन्होंने साल 2022 में एक हजार से ज्यादा रन बनाए. इसके साथ ही वह टी20 इंटरनेशनल में एक साल में एक हजार से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने. 


सूर्यकुमार 2022 में टी20 में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. उन्होंने 46.56 की औसत और 187.43 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 1,164 रन बनाए. उन्होंने 2022 में 68 छक्के लगाए, जो किसी भी खिलाड़ी की तुलना में बहुत ज्यादा है. 


रिकी पॉन्टिंग ने कहा, "वह शायद अभी तक किसी से भी बेहतर कर रहे हैं. हम उन खिलाड़ियों के बारे में बात कर रहे है, जो 360 डिग्री स्कोर कर सकते हैं. कुछ ऐसे शॉट जो वह विकेटकीपर के पीछे और फाइन लेग पर मारते हैं, वे उल्लेखनीय हैं."


आईसीसी रिव्यू शो के नवीनतम एपिसोड में पॉन्टिंग ने कहा, "पांच या छह साल पहले, उन्होंने आईपीएल में बहुत कुछ करना शुरू कर दिया था. वह गेंद को डीप-बैकवर्ड स्क्वायर पर फ्लिक करने और गेंद को फाइन-लेग पर मारने में बहुत अच्छा था. सूर्य सभी शॉर्ट गेंदों को हिट करने में सक्षम हैं."


सूर्यकुमार ने आस्ट्रेलिया में 2022 टी20 विश्व कप में 59.75 के शानदार औसत और 189.68 के शानदार स्ट्राइक रेट से 239 रन बनाए थे, जिसमें दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नीदरलैंड के खिलाफ मैच-टेम्पो बदलते अर्धशतक शामिल थे. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है उनसे बेहतर खिलाड़ी मैंने नहीं देखा है. दुनिया भर में टी20 खेल में अपने कौशल से कुछ भी करने का हौसला रखते हैं."


पॉन्टिंग ने कहा, "इस साल (2023 में होने वाले) आईपीएल के दौरान किसी ने कहा था कि ऐसे खिलाड़ी होंगे जो ठीक वैसा ही करने की कोशिश करेंगे जैसा सूर्य कर रहे हैं और यह खेल के लिए बहुत अच्छा होगा."


रांची में शुक्रवार से शुरू होने वाले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के तीन टी20 मैचों के साथ, सूर्यकुमार अब नवंबर 2020 में इंग्लैंड के बाएं हाथ के डेविड मलान द्वारा बनाए गए 915 अंकों के रिकॉर्ड के करीब हैं.


पॉन्टिंग ने यह भी कहा कि वर्तमान समय सूर्यकुमार के लिए अब तक का सबसे अच्छा समय है. "ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता था कि वह उस स्तर तक पहुंच पाएंगे, जहां आज वह पहुंचे हैं. उन्होंने जितनी मेहनत की है, उनके शरीर के आकार से पता लगा सकते हैं."