नई दिल्ली: गुजरात लायंस के खिलाफ 97 रनों की विस्फोटक पारी खेलने वाले ऋषभ पंत अपने पहले टी-20 शतक से 3 रनों से चुक गए. दिल्ली डेयरडेविल्स के इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज का मनना है कि वह अपने सैकड़े के बारे में नहीं बल्कि जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहे थे.
पंत ने गुजरात लायन्स के खिलाफ 97 रन बनाये और संजू सैमसन (61) के साथ दूसरे विकेट के लिये 143 रन की साझेदारी की जिससे डेयरडेविल्स ने 209 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया. पंत जब अपने पहले टी20 शतक के करीब थे तब उन्होंने लंबा शाट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया. उन्होंने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘मैं शतक के बारे में नहीं सोच रहा था. मैं केवल जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के बारे में सोच रहा था.’’
पंत ने दार्शनिक अंदाज में कहा, ‘‘अगर मैं वह तीन रन ले लेता तो मैच भी मैं समाप्त कर लेता. अगर मैं मैच समाप्त कर देता तो वह तीन रन भी ले लेता. ’’ अपने बल्लेबाजी अंदाज के बारे में दिल्ली के इस युवा खिलाड़ी ने कहा कि उनका रवैया बहुत सरल होता है, जो खराब गेंद है उसके साथ उसी की तरह बर्ताव करना अर्थात उस पर बड़ा शॉट खेलना.
पंत ने कहा, ‘‘मैं गेंद देखता हूं और अगर वह हिट करने के लायक है तो उस पर हिट करूंगा. मैं आउट होने या इस तरह की चीजों के बारे में नहीं सोचता. अगर गेंद खराब है तो (गेंदबाज को) उसकी सजा मिलनी चाहिए. मैं यही करता हूं. ’’
सचिन तेंदुलकर ने भी पंत की इस पारी को आईपीएल की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया है लेकिन इस युवा बल्लेबाज का कहना है कि वह केवल अपने खेल का लुत्फ उठाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी पारी को कोई दर्जा नहीं देता. मैं केवल अपनी पारी का लुत्फ उठाता हूं. ’’ पंत ने कहा कि उनकी टीम अभी मैच दर मैच आगे बढ़ रही है और बहुत आगे (प्लेऑफ) के बारे में नहीं सोच रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हम प्लेऑफ के बारे में सोचकर दबाव नहीं बनाना चाहते हैं. हम एक बार में एक मैच पर ध्यान दे रहे हैं. ’’