Ian Chappell on Indian Pitches: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा मुकाबला ठीक से सवा दो दिन भी नहीं चल पाया था. इंदौर में खेले गए इस टेस्ट में पहले दिन से ही इतना ज्यादा टर्न था कि शुरुआती दो दिन में ही 30 विकेट गिर गए. ICC ने भी इसे देखते हुए इंदौर की पिच को खराब रेटिंग दी है. अब इस पिच को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ईयान चैपल ने टीम इंडिया को खरी-खोटी सुनाई है.
दरअसल, किसी भी द्विपक्षीय सीरीज में मेजबान टीम ही अपने मुताबिक पिच तैयार करवाती है. अब चूंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की यह टेस्ट सीरीज भारत में खेली जा रही है तो भारतीय टीम प्रबंधन के कहने पर ही पिच तैयार की जा रही है. इस सीरीज के शुरुआती दोनों मैचों की तरह भारतीय टीम प्रबंधन ने इंदौर में भी स्पिन फ्रेंडली पिच बनाने के निर्देश दिए थे. ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय बल्लेबाज स्पिन को खेलने में महारत रखते हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी इतने अच्छे से स्पिन नहीं खेल पाते. हालांकि भारतीय टीम को यह दांव उल्टा पड़ गया.
नागपुर और दिल्ली की तरह इंदौर की पिच कुछ ज्यादा ही स्पिन फ्रैंडली निकली और पहली पारी में भारतीय टीम ही इसका ऐसा शिकार बनी कि वह बाद मैच में वापसी नहीं कर सकी. अपने ही जाल में खुद फंसने वाली भारतीय टीम को अब ईयान चैपल ने पिच तैयार करने के मामले में हस्तक्षेप करने से दूर रहने की सलाह दी है. उन्होंने यह भी कहा है कि पिच तैयार करने की जिम्मेदारी पिच क्यूरेटर्स पर ही छोड़ देनी चाहिए.
'टीम इंडिया पिच को लेकर अपना इनपुट क्यों देती है?'
ईयान चैपल ने कहा, 'भारतीय टीम को अपनी गलतियों की ओर ध्यान देना चाहिए. मैंने पहले भी भारत में भारतीय टीम को मदद पहुंचाने वाली पिचों को लेकर बात कही है और अभी भी कह रहा हूं. क्या भारतीय टीम यह भूल गई थी कि उसने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो सीरीज जीती है. उनका टीम प्रबंधन, कोच, खिलाड़ी और क्यूरेटर्स के अलावा अन्य सभी क्या कर रहे थे? वह पिच को तैयार करने के मामले में अपना इनपुट क्यों दे रहे थे? यह पिच क्यूरेटर्स पर ही छोड़ देनी वाली बात है. उन्हें ऐसी पिच तैयार करने दीजिए, जो उनके लिहाज से टेस्ट क्रिकेट के लिए बेस्ट हो.'
'टीम इंडिया अपने काम से काम रखे'
चैपल कहते हैं, 'अगर टीम इंडिया एक निश्चित तरह की पिच की मांग करती रहती है तो उनके प्रति मेरी कोई सहानुभूति नहीं है. अगर वह अगले टेस्ट में भी इसी तरह ही पिच का बोलते हैं तो उम्मीद करता हूं कि क्यूरेटर्स उन्हें साफ बोल दें कि आप अपने काम से काम रखिए. टीम इंडिया को अब चूप रहना चाहिए और क्रिकेट खेलने पर फोकस करना चाहिए.'
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